मॉडल और पोस्टर से बच्चों ने दिया जल संरक्षण का संदेश
संवाद सहयोगी रुड़की केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 में मंगलवार को पर्यावरण संरक्षण दिवस के अवसर
संवाद सहयोगी, रुड़की: केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 में मंगलवार को पर्यावरण संरक्षण दिवस के अवसर पर विज्ञान प्रदर्शन और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से छात्र-छात्राओं ने जल संरक्षण के लाभ और उपाय बताए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. विकास गोयल ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया।
मुख्य अतिथि डॉ. विकास गोयल ने प्रदर्शन में छात्र-छात्राओं की ओर लगाए मॉडल देखते। साथ ही बच्चों द्वारा बनाए गए पोस्टर को सराहा। उन्होंने जल संकट के बारे में जानकारी देते हुए कि जलसंकट से जुड़ा एक पहलू यह भी है कि जब पहाड़ों पर हरियाली घटती है तो वहां बर्फ के जमाव तथा वहां की नमी में कमी आ जाती है। इसी तरह मैदानों और पठारों पर जब वनस्पतियां घटने लगती हैं तो यहां औसत वर्षा की मात्रा में क्रमिक रूप से ह्रास होने लगता है। इसका सीधा असर भूमिगत जल के स्तर पर पड़ता है क्योंकि जहां वर्षा कम होगी, तालाबों, गड्ढों और झीलों में जल जमाव कम होगा, वहां भूमिगत जल का स्तर भी घटेगा। इस तरह देखें तो पर्यावरण का एक पहलू उसके दूसरे पहलू से जुड़ा हुआ है। ज्यों-ज्यों मानव पर्यावरण की उपेक्षा करेगा त्यों-त्यों उसे जलसंकट, वायुसंकट जैसे कई संकटों का सामना करना पड़ेगा।
प्राचार्य वी.के त्यागी ने कहा कि धरती पर सभी जीवित प्राणियों के लिए जल अमृत के समान है। जल के बिना धरती के किसी भी प्राणी का जीवन संभव नहीं है। इस मौके पर एसके दीक्षित, आलोक गुप्ता एवं सुशील यादव आदि मौजूद रहे।
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