Haridwar Lockdown: भीड़ हटाने को लेकर बवाल, भीम आर्मी नेता सहित दस पर मुकदमा
ज्वालापुर में देर रात सड़क पर जमा भीड़ हटाने के दौरान बवाल हो गया। पुलिस ने भीम आर्मी नेता अथर अंसारी सहित दस लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
हरिद्वार, जेएनएन। ज्वालापुर में देर रात सड़क पर जमा भीड़ हटाने के दौरान बवाल हो गया। पुलिस से बचने के लिए कुछ लोग भीम आर्मी नेता के घर में जा घुसे। आरोप है कि उन्हें बाहर निकालने के दौरान पुलिस पर गमले आदि फेंकते हुए पथराव किया गया। इस मामले में पुलिस ने भीम आर्मी नेता अथर अंसारी सहित दस लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि अथर अंसारी को गिरफ्तार करने के बाद लॉकडाउन के चलते कोतवाली से ही जमानत पर छोड़ दिया गया।
ज्वालापुर के कस्साबान में संदिग्ध कार सवार लोगों की पिटाई की सूचना पर ज्वालापुर कोतवाल योगेश सिंह देव ने पुलिस टीम को मौके पर भेजा। हज्जाबान मेन रोड पर भीड़ लगी देख रेल चौकी प्रभारी सुनील रावत और उपनिरीक्षक राजेंद्र रावत लॉकडाउन का हवाला देते हुए लोगों को खदेड़ने लगे। भगदड़ मचने पर कुछ लोग भीम आर्मी नेता अथर अंसारी के घर में जा घुसे और कुछ लोग नहर पटरी की ओर भाग निकले।
पुलिसकर्मी उन्हें बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। आरोप है कि उसी दौरान पुलिसकर्मियों पर गमले फेंके गए और पथराव किया। जिससे कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोट भी आई। पुलिस पर पथराव व हंगामे की सूचना पर सीओ सिटी अभय सिंह और ज्वालापुर कोतवाल योगेश सिंह देव मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
इसके बाद पुलिस अथर अंसारी को गिरफ्तार कर कोतवाली ले गई। चौकी इंचार्ज सुनील रावत की ओर से अथर सहित जीशान, रहमान उर्फ मोटा, राशिद कुरैशी, इखलास, शाहरुख व चार अज्ञात निवासीगण कस्साबान ज्वालापुर के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
अथर ने दी थी कार सवारों की सूचना
भगदड़ और पथराव की शुरुआत कस्साबान में कार सवारों की पिटाई से हुई। भीम आर्मी नेता अथर अंसारी का कहना है कि कुछ देर पहले उन्होंने संदिग्ध कार की सूचना पुलिस को दी थी। अथर ने पुलिसकर्मियों पर पथराव के आरोपों को गलत बताया।
अथर का कहना है कि पुलिस को देखकर भीड़ में शामिल कुछ लोग उनके घर में जरूर घुस आए थे। वह उन्हें नहीं जानते। पुलिसकर्मियों पर गमला नहीं फेंका गया है, भगदड़ के दौरान वह छत से नीचे गिरा है। पुलिस और भीड़ के काफी लोग मेरी अनुमति के बगैर मेरे घर में घुसे। मैंने सिर्फ उनका विरोध किया। शायद इसी कारण मेरे खिलाफ कार्रवाई हुई है।
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