साल भर से बंद पड़ी है भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को होती थी घी की आपूर्ति
भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी, जो तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को घी की आपूर्ति करती थी, पिछले एक साल से बंद है। वित्तीय संकट के कारण डेयरी बंद हो गई, जिससे टीटीडी को घी की आपूर्ति में समस्या हो रही है। डेयरी प्रबंधन इसे फिर से शुरू करने के लिए प्रयासरत है और वित्तीय सहायता की मांग कर रहा है।

पिछले साल हुआ था भंडाफोड
जागरण संवाददाता, रुड़की। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ट्रस्ट को घी की आपूर्ति करने वाली भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी पर एक साल से ताला लटका हुआ है। स्थिति यह कि इस डेयरी में झाड़ियां उग आई हैं। सितंबर 2024 में सीबीआइ की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने जांच में पाया था कि भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी ने जो घी टीटीडी ट्रस्ट को भेजा था उसमें मोनोडिग्लिसराइड्स और एसेटिक एसिड एस्टर जैसे रसायनों का इस्तेमाल किया गया था। जिसका उपयोग तिरुपति लड्डू प्रसादम बनाने में किया गया।
यह डेयरी वर्ष 2014 से चल रही है। तब इस फैक्ट्री में काफी चहल-पहल रहती थी। आसपास की औद्योगिक इकाईयों में काम करने वाले लोग भी अक्सर यहां पर लग्जरी गाड़ियों को खड़ा देखते थे। प्रतिदिन ट्रक एवं फ्रीजर वाली गाड़ियों से यहां से कच्चा माल आता था और जाता था। लेकिन पिछले वर्ष अचानक यहां पर काम बंद हो गया। पहले जैसी चहल पहल बंद हो गई थी।
अक्टूबर माह में भारतीय खाद्य संरक्षा मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) की टीम ने भी जांच पड़ताल की थी। इस फैक्ट्री की ओर से 2014 में लाइसेंस लेने के बाद उसको लगातार नवीनीकरण कराया जा रहा था। पिछले वर्ष दो अगस्त 2024 को इसका नवीनीकरण कराया गया था। यह एक अगस्त 2029 के लिए वैध है। लेकिन, एक साल से भी अधिक समय से फैक्ट्री बंद पड़ी है।
इस संबंध में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेन्द्र पांडे ने बताया कि इस डेयरी को लाइसेंस भारत सरकार की भारतीय खाद्य संरक्षा मानक प्राधिकरण की ओर से दिया गया था। उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पिछले साल ही यहां पर गई थी। उसके बाद नहीं गई है। दरअसल केंद्रीय एजेंसी को ही यहां पर निरीक्षण का अधिकार है।

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