एबीसी सेंटर में दस नर और तीन मादा कुत्तों का हुआ बधियाकरण, आवारा कुत्तों की गणना जारी
रुड़की नगर निगम के सालियर स्थित एबीसी सेंटर में 13 आवारा कुत्तों का बधियाकरण किया गया, जिनमें 10 नर और 3 मादा कुत्ते शामिल हैं। नगर निगम ने एक एनजीओ के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है, जिसके तहत रामपुर चुंगी और ईदगाह रोड जैसे क्षेत्रों से कुत्तों को पकड़ा जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करना है।

जागरण संवाददाता, रुड़की। सालियर में बनाए गए एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर के चालू होने के बाद 13 आवारा कुत्तों का बधियाकरण कर दिया गया है। इनमें दस नर और तीन मादा कुत्ते शामिल हैं। वहीं, नगर निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों की गणना का कार्य भी जारी है।
नगर निगम ने सालियर में बनाए एबीसी सेंटर का सोमवार को उद्घाटन किया था। निगम ने शहर में आवारा घूम रहे कुत्तों के बधियाकरण को लेकर जिस एनजीओ के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं अब उसने इन्हें पकड़ने का काम शुरू कर दिया है। शुरुआत में रामपुर चुंगी और ईदगाह रोड के आसपास से आवारा कुत्तों को पकड़कर एबीसी सेंटर ले जाया जा रहा है।
अब तक एनजीओ की टीम 13 आवारा कुत्तों को पकड़कर एबीसी सेंटर ले गई है। जहां पर उनका बधियाकरण किया जा रहा है। जिससे कि शहर में आवारा कुत्तों की लगातार बढ़ती जा रही आबादी पर अंकुश लग सके।
वहीं, एनजीओ की टीम की ओर से नगर निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों की गणना का कार्य भी किया जा रहा है। प्रथम चरण में एनजीओ पांच हजार कुत्तों का बधियाकरण करेगी।
नगर निगम के वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. विक्रांत सिरोही ने बताया कि एबीसी सेंटर में एनजीओ ने आवारा कुत्तों का बधियाकरण शुरू कर दिया है। बताया कि बधियाकरण के बाद प्रत्येक कुत्ते को चार-पांच दिन तक एबीसी सेंटर में रखा जाएगा।

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