आरोपित मगन दंपती ने जुलाई में ही बंद कर दिया था धंधा, जानिए पूरा मामला
ठगी के मामले में आरोपित अजय मगन दंपती ने कॉस्मिक रेज के जरिए असाध्य रोगों के इलाज के धंधे से इस वर्ष जुलाई में खुद को अलग कर लिया था।
हरिद्वार, जेएनएन। पूर्व महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल से साढ़े इक्कीस लाख रुपये की ठगी के मामले में आरोपित अजय मगन दंपती के फोन शनिवार को पूरे दिन बंद रहे, जबकि उनके बारे में जानकारी मिली कि उन्होंने ब्रह्मांडीय तरंगों (कॉस्मिक रेज) के जरिए असाध्य रोगों के इलाज के धंधे से इस वर्ष जुलाई में खुद को अलग कर लिया था। फिलवक्त उनका कनखल में संचालित हो रही इस संस्था से कोई नाता नहीं रह गया है।
उधर, इस मामले में दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी की भूमिका को लेकर खड़े हो रहे सवालों को शिकायतकर्ता अग्रवाल के पुत्र प्रंजाल अग्रवाल ने बेबुनियाद ठहराया। फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी की न तो कोई भूमिका है और न ही उन्होंने मेरे पिता की आरोपित अजय मगन दंपती से उनकी कोई मुलाकात कराई। बताया कि यह मात्र इत्तेफाक है कि उनके पिता और अजय मगन दंपती दोनों दक्षिण काली मंदिर जाया करते थे। स्वामी कैलाशानंद आज भी हमारे परिवार के शुभचिंतक हैं। उनकी और उनके स्थान पर चल रही संस्था की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है।
प्रांजल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि उनके पिता से वर्ष 2018 में दक्षिण काली मंदिर में हुई मुलाकात में अजय मगन ने फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित पिता को कॉस्मिक रेज के इलाज से रोग के पूरी तरह खत्म हो जाने का भरोसा दिया। आरोप लगाया कि अजय मगन दंपती ने बीमारी से पीड़ित उनके पिता की मनोदशा का गलत फायदा उठाते हुए उनसे इलाज के नाम पर 21 लाख 50 हजार ठग लिए। कहा कि पिता की मृत्यु के बाद जब उन्होंने इस संदर्भ में उनसे बातचीत करनी चाही तो अजय मगन ने उन्हें धमकाया और बाद में बात करने या मिलने से मना कर दिया।
उन्होंने बताया कि साढ़े 21 लाख रुपये उन्होंने अपने, पत्नी पूजा मगन, ईशान इंटरप्राइजेस, मुंबई निवासी ऋतु सिंह और रीना कपूर के बैंक खाते के माध्यम से लिए। प्रंजाल अग्रवाल ने अपने पिता के साथ हुई ठगी के मामले में आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस मामले में अजय मगन दंपती से फोन पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन बंद मिला। उनका पक्ष मिलते ही उसे पूरा प्रकाशित किया जाएगा।
डॉक्टर के करीबियों से भी होगी पूछताछ
पूर्व भाजपा महानगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल की मौत के मामले में कनखल थाने में दर्ज मुकदमे के सिलसिले में आरोपित डॉक्टर के करीबियों पर भी पुलिस की नजर है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर सकती है। भाजपा नेता के बेटे प्रांजल अग्रवाल ने मुकदमे में आरोप लगाया है कि गैर वैज्ञानिक प्रयोग के कारण उनके पिता की मौत हुई है। नई थैरेपी के प्रयोग से उनके पिता की तबीयत दिनोंदिन बिगड़ती चली गई।
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फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है। मुकदमे के बारे में विस्तृत जानकारी लेने के लिए जल्द ही वादी के बयान दर्ज किए जाएंगे। इलाज के दौरान क्लीनिक में मौजूद रहे कर्मचारियों से भी पुलिस की टीम पूछताछ करेगी। एसओ कनखल हरिओम राज चौहान ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि कॉस्मिक रिवाइवल सेंटर या अजय मगन के कार्यों से मेरा या दक्षिण काली मंदिर सिद्धपीठ का कोई लेना-देना या जुड़ाव न तो है और न ही कभी था। सिवाए इसके कि अजय मगन ने अपने कार्यों के लिए कनखल स्थित उनके नियंत्रण वाली भूमि और उस पर स्थापित भवन को कुछ दिनों के लिए इस्तेमाल को लिया था। मैंने उमेश अग्रवाल और अजय मगन की मुलाकात या इलाज संबंधी किसी भी बात में न कोई भूमिका निभाई थी और न ही कभी मध्यस्थ रहा।
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