Uttarakhand Lockdown Day 6: श्रमिकों की मदद को कई संस्थाएं आईं आगे, बांट रहे खाने के पैकेट
श्रमिक वर्ग को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं के साथ ही स्थानीय लोग मदद के लिए हाथ बढ़ाने लगे हैं।
हरिद्वार, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते श्रमिक वर्ग को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं के साथ ही स्थानीय लोग मदद के लिए हाथ बढ़ाने लगे हैं। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के साथ ही लोग स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को आर्थिक मदद दे रहे हैं। वहीं, जरूरतमंदों की मदद के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पंड्या और शैलदीदी ने शांतिकुंज की आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया है।
भारत विकास परिषद समर्पण शाखा रुड़की, रोटरी क्लब रुड़की मिडटाउन, स्टेशन क्लब रुड़की, होटल सेंटर प्वाइंट और सरस्वती डायनामिक्स संस्था लॉकडाउन खत्म होने तक प्रतिदिन 400 पैकेट खाने का प्रबंध कर नगर निगम रुड़की को देंगी। शहर और आसपास के क्षेत्र में ऐसे तकरीबन 600 लोग हैं, जो लॉक डाउन में रोजमर्रा की जरूरतों और दो वक्त के खाने से वंचित हो गए हैं। नगर निगम ने इनके खाने का इंतजाम करने के लिए सभी सामाजिक संस्थाओं को आगे आने का आह्वान किया है।
रविवार को लगभग 300 फूड पैकेट नगर निगम को मुहैया करवाएं गए, जबकि सोमवार से 400 पैकेट प्रतिदिन दिए जाएंगे। भारत विकास परिषद मुख्य शाखा की ओर से प्रधानमंत्री राहत कोष में 51,000 रुपये की धनराशि प्रदान की गई। संगठन की ओर से शरद गुप्ता ने बताया कि पदाधिकारियों की ओर से यह भी संकल्प लिया गया है कि संस्था की ओर से आगे भी इस प्रकार का सहयोग किया जाएगा।
उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ ने सरकार को सहयोग देने का निर्णय लिया है। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि सभी अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। इस मुश्किल घड़ी में शिक्षक वर्ग सरकार के साथ खड़ा है। उत्तराखंड लेखपाल संघ कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देगा। लेखपाल संघ जिलाधिकारी सी रविशंकर को पत्र भेज दिया है। संघ के महामंत्री अनुज यादव ने बताया कि जिले की हरिद्वार, रुड़की, लक्सर और भगवानपुर तहसील में 126 लेखपाल हैं। जिसमें सभी का एक-एक दिन का वेतन कटने से लगभग साढ़े चार लाख रुपये की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा हो जाएगी।
जरूरतमंदों की मदद को जुटी पुलिस
दूसरे शहरों से अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए नगर पालिका प्रशासन की ओर से ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है। जानकारी उपलब्ध कराए जाने के बाद उन्हें भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहें हैं। पंजाब के अलग-अलग शहरों के अलावा यमुना नगर, हरिद्वार, सहारनपुर आदि स्थानों से बड़ी संख्या में रोजाना मजदूर अपने स्वजनों के साथ पलायन कर रहें हैं। यह लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बिजनौर, लखनऊ, गोरखपुर और बिहार जाने के लिए चल रहे हैं।
हालांकि, अब सरकार की ओर से 31 मार्च को एक दिन के लिए इन लोगों के लिए वाहनों की व्यवस्था की जाएगी। इस बीच नगर पालिका प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों के भोजन और ठहरने के लिए हरिद्वार मार्ग स्थित रैनबसेरे में व्यवस्था की गई है। नगरपालिका अध्यक्ष अंबरीश गर्ग ने बताया कि आवश्यकता के अनुसार ही ऐसे लोगों के लिए भोजन के पैकेट तैयार कराकर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लक्सर विधायक संजय गुप्ता की ओर से क्षेत्र में जरूरतमंद परिवारों को राशन उपलब्ध कराया गया।
मदद को आगे बढ़ाए हाथ
लॉकडाउन में मजदूर और भिक्षावृत्ति कर गुजारा करने वालों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। उधर, कलियर थाना पुलिस और स्थानीय लोग इन लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। गरीबों को भोजन और सूखा राशन उपलब्ध करवा रहे हैं। कलियर में भी गरीब और बेसहारा लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि मुसीबत की इस घड़ी में जरुरतमंदों की मदद के लिए कई लोग आगे बढ़ रहे हैं। इनमें पुलिसकर्मी से लेकर विभिन्न संगठन और समाजसेवी शामिल हैं।
रविवार को थानाध्यक्ष प्रकाश पोखरियाल और होटल व्यापारी राव आसिफ अली ने कलियर दरगाह क्षेत्र में रह रहे लोगो को भोजन वितरित किया। वहीं इमलीखेड़ा चौकी प्रभारी अजय शाह ने बेडपुर चौक पर बेसहारा मजदूर परिवारों को कच्चा राशन दिया। थानाध्यक्ष प्रकाश पोखरियाल और चौकी प्रभारी अजय शाह ने स्थानीय लोगों और दुकानदारों से भी अपील की है कि वे भी अपने आसपास मौजूद बेसहारा लोगों की मदद को आगे आएं। कहा कि दुकानदार भी राशन और आर्थिक मदद करके जरुरतमंदों का सहयोग कर सकते हैं।
विभिन्न संस्थाओं ने जरूरतमंदों को बांटा भोजन
लॉकडाउन से इन दिनों आम जीवन थम सा गया है। ऐसे में रोजमर्रा के जीवन जीने वालों को भोजन के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में कई सामाजिक संस्थान और सरकारी तंत्र भोजन वितरण में जुटे हैं। फिर भी कुछ क्षेत्र ऐसे थे, जहां के लोग भोजन के लिए आशा भरी निगाह से देख रहे थे।
जिला प्रशासन के सहयोग से उन जरूरतमंदों के सहयोगार्थ अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पंड्या और शैलदीदी ने शांतिकुंज की आपदा प्रबंधन टीम को सक्रिय किया। तीन दिन से शांतिकुंज की टीम भोजन वितरण का कार्य कर रही है। इस मौके पर गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने कोरोना वायरस से लड़ रहे केंद्र और राज्य सरकार और इस दौरान अपने कर्तव्य के निर्वहन में जुटे प्रशासन, डॉक्टर्स, पुलिस आदि के साहस की सराहना की।
व्यवस्थापक शिवप्रसाद मिश्र ने बताया कि शांतिकुंज की आपदा प्रबंधन की पांच टीम विगत तीन दिनों से जरूरतमंदों तक भोजन पैकेट पहुंचाने में जुटी है। इसमे एक दल आशीष कुमार ने नेतृत्व में कनखल व सिंहद्वार क्षेत्र में भोजन वितरण में लगे हैं तो वहीं दूसरा दल राकेश जायसवाल और महेश राठौर के संयोजन में हरिपुर कलां और सप्तसरोवर क्षेत्र में तीसरा दल डॉ सत्यनारायण की देखरेख खड़खड़ी क्षेत्र में, चौथा दल राहुल कुमार की अगुवाई में ज्वालापुर क्षेत्र में तथा पांचवां दल अमित सरकार के नेतृत्व में शिवलोक और बीएचईएल क्षेत्र में भोजन पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाने में जुटा है। रविवार को भी दो हजार भोजन पैकेट वितरित किए गए।
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महापौर अनीता शर्मा ने किए भोजन के पैकेट वितरित
महापौर अनीता शर्मा ने ब्रह्मपुरी, पंतद्वीप, भीमगोड़ा, नई बस्ती, टिबड़ी, पांडेवाला, कड़च्छ, शास्त्री नगर, बकरा मार्केट आदि में भोजन के पैकेट वितरित किए। उन्होंने ज्वालापुर कनखल आदि क्षेत्रों में सफाई का भी जायजा लिया। नगर आयुक्त से कुछ और सफाई कर्मी रखने को कहा। इस दौरान महापौर के पति और पूर्व सभासद अशोक शर्मा आदि मौजूद रहे।