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    Dehradun News: नदियों का डिस्चार्ज हो रहा कम, जल्द विद्युत उत्पादन शुरू होने की उम्मीद

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    यमुना और टोंस नदियों में जलस्तर घटने से विद्युत उत्पादन जल्द शुरू होने की उम्मीद है। 31 अगस्त से ढालीपुर ढकरानी छिबरौ और खोदरी में उत्पादन ठप है। जल प्रवाह दर कम होने के बाद ही उत्पादन शुरू होगा। टोंस में जलस्तर धीरे-धीरे कम होता है जिससे डाकपत्थर बैराज में डिस्चार्ज बढ़ जाता है। जल विद्युत निगम के अनुसार मानक स्तर पर आते ही उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।

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    नदियों में डिस्चार्ज कम होने से जल्द विद्युत उत्पादन शुरू होने की उम्मीद। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, विकासनगर। यमुना व टोंस नदियों का डिस्चार्ज गुरुवार को कुछ कम हुआ। यमुना में 2342.37 से घटकर 1962.27 क्यूमेक व टोंस नदी में 1661.42 से घटकर 1352.16 क्यूमेक डिस्चार्ज पहुंच गया है। जिस तरह से धीरे धीरे डिस्चार्ज घट रहा है, उससे जल्द विद्युत उत्पादन शुरू होने की संभावना है।

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    क्योंकि 31 अगस्त से ढालीपुर, ढकरानी, छिबरौ व खोदरी में विद्युत उत्पादन ठप है। जल प्रवाह दर कम होने के बाद ही जल विद्युत निगम प्रबंधन पावर जनरेशन शुरू कराएगा।

    जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र देहरादून ने जानकारी दी कि बुधवार देर शाम चकराता में 16.3 मिमी, कालसी में 0.5 मिमी, त्यूणी में 26.6 मिमी, विकासनगर में 1.0 मिमी, कोटी में 6.5 मिमी वर्षा हुई। हालांकि, गुरुवार को मौसम साफ रहा। सुबह से ही चटख धूप खिली।

    दरअसल, टोंस नदी में जल प्रवाह दर हमेशा धीरे-धीरे ही कम होता है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश से पावर नदी के माध्यम से टोंस में जलस्तर बढ़ जाता है। साथ ही बीच-बीच में नदी-नाले व झरने का पानी भी मिल जाता है। इस कारण टोंस नदी का जलस्तर बढ़ता जाता है और घटने में काफी समय लेता है।

    जब तक टोंस नदी में पानी प्रवाह दर मानक में नहीं आता, तब तक ढालीपुर व ढकरानी पावर हाउस में भी विद्युत उत्पादन शुरू करना मुश्किल होता है, क्योंकि टोंस का पानी सीधे डाकपत्थर बैराज में आता है। जहां पर पहले से ही यमुना का पानी होता है। जिससे डाकपत्थर बैराज में डिस्चार्ज और अधिक बढ़ जाता है।

    डिस्चार्ज व गाद बढ़ने से 31 अगस्त से 240 मेगावाट छिबरौ व 120 मेगावाट खोदरी, 51 मेगावाट क्षमता के ढालीपुर व 33.53 मेगावाट ढकरानी जल विद्युत उत्पादन केंद्रों में विद्युत उत्पादन ठप है, जबकि व्यासी व कुल्हाल जल विद्युत उत्पादन केंद्रों में विद्युत उत्पादन हो रहा है।

    जिस तरह से यमुना व टोंस नदियों में डिस्चार्ज धीरे-धीरे घट रहा है, उससे बंद चार पावर हाउस में विद्युत उत्पादन जल्द शुरू होने की उम्मीद है।

    उधर, इस संबंध में उत्तराखंड जल विद्युत निगम के जनसंपर्क अधिकारी विमल डबराल ने बताया कि डिस्चार्ज घटना शुरू हो गया है। जिसके मानक में आते ही चारों पावर हाउस में विद्युत उत्पादन शुरू करा दिया जाएगा।

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