Dehradun: हृदय रोग से पीड़ित महिला को लगाया दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर, कैप्सूल के बराबर आकार; वजन बस 2 ग्राम
World Smallest Pacemaker कार्डियोलाजी विभाग के प्रमुख व वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डा. (कर्नल) सलिल गर्ग व उनकी टीम ने पेसमेकर को माइक्रा इंप्लांट प्रोसीजर कर महिला का सफल उपचार किया। इस पेसमेकर का वजन मात्र दो ग्राम है जो कि दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर है।

जागरण संवाददाता, देहरादून : World Smallest Pacemaker: पटेलनगर स्थित श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के कार्डियोलाजी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हृदय रोग से पीड़ित एक महिला को दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर लगाया।
लीड लेस इस पेसमेकर का वजन महज दो ग्राम और आकार विटामिन के कैप्सूल के बराबर है। कार्डियोलाजी विभाग के प्रमुख व वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डा. (कर्नल) सलिल गर्ग व उनकी टीम ने पेसमेकर को माइक्रा इंप्लांट प्रोसीजर कर महिला का सफल उपचार किया। अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने डाक्टर व उनकी पूरी टीम को बधाई दी है।
पेसमेकर का वजन मात्र दो ग्राम
डा. गर्ग ने बताया कि इस पेसमेकर का वजन मात्र दो ग्राम है, जो कि दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर है। आकार भी विटामिन के एक कैप्सूल के बराबर है। मेडिकल साइंस में इसे माइक्रा ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम कहते हैं। दुनिया के ब्रेडिकार्डिया के मरीजों के लिए यह विश्व का सबसे छोटा पेसमेकर है।
अभी तक यह पेसमेकर लगाने की सुविधा देश के मेट्रो शहरों में स्थित नामचीन अस्पतालों में ही उपलब्ध थी। अब श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भी यह सेवा उपलब्ध होने से मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। ईसीएचएस, ईएसआइ व सीजीएचएस योजना के अतंर्गत इलाज करने वाले ब्रेडिकाडिया के मरीजों को भी नियमानुसार माइक्रा ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम का लाभ मिलेगा।
डा. गर्ग ने बताया कि महिला को पहले से ही एक पेसमेकर लगा हुआ था। संक्रमण की वजह से उसको हटाया गया। हमारे सामने मरीज को नया पेसमेकर लगाने की चुनौती थी। उनकी पूरी टीम ने इसकी तैयारी की और माइक्रा ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम लगाकर महिला का सफल इलाज किया। महिला अब स्वस्थ्य महसूस कर रही हैं।
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