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    Uttarakhand News: उत्‍तराखंड में कामकाजी महिलाओं को मिला गौरा शक्ति एप का सुरक्षा कवच

    By Vikas gusainEdited By: Sunil Negi
    Updated: Sun, 13 Nov 2022 12:13 AM (IST)

    Uttarakhand News उत्‍तराखंड में कामकाजी महिलाओं को गौरा शक्ति एप का सुरक्षा कवच मिल गया है। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौरा शक्ति एप की शुरुआत की। अब महिला संबंधी अपराधों को डीएम व एसएसपी जिम्मेदार होंगे।

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    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस एप के अंतर्गत गौरा शक्ति एप की शुरुआत की।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश की कामकाजी महिलाओं को अब गौरा शक्ति एप का सुरक्षा कवच मिलेगा। इस एप के जरिए महिलाएं अपनी शिकायत त्वरित भेज सकती हैं। एप में पंजीकरण कराने वाली महिलाओं से समय-समय पर पुलिस फीडबैक लेगी।

    मुख्यमंत्री ने एप की शुरुआत की

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस एप के अंतर्गत गौरा शक्ति एप की शुरुआत की। उन्होंने एप के तहत प्राप्त होने वाली शिकायतों और महिला संबंधी अपराध पर त्वरित और समयबद्ध तरीके से जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला संबंधी अपराधों के लिए जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी भी तय की है। जिलाधिकारी व एसएसपी नियमित रूप से इन अपराधों की समीक्षा करेंगे।

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    योजनाओं की समीक्षा की

    शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के संबंध में किए जा रहे कार्यों व चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने एप को लांच किया।

    गोपनीय रखी जाएगी जानकारी

    बताया गया कि एप में पंजीकरण करने वाली महिलाओं की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक महिला सब इंस्पेक्टर और सभी थानों में महिला सब इंस्पेक्टर और एक महिला कांस्टेबल तैनात की गई है।

    महिला को संबंधित थाने से पंजीकरण होने की जानकारी दी जाएगी। इस एप में ई-शिकायत दर्ज कराने के साथ ही कानूनी अधिकार की जानकारी और महत्वपूर्ण फोन नंबर उपलब्ध हैं।

    महिला मित्र प्रकोष्ठ की स्थापना करने के निर्देश

    इससे पहले महिला सुरक्षा को लेकर बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध संबंधी मामलों की विवेचना में किसी प्रकार की कमी न रहने पाए। साथ ही न्यायालयों में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने महिला मित्र प्रकोष्ठ की स्थापना करने के भी निर्देश दिए।

    उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों को रोकने के लिए जनसहभागिता आवश्यक है। महिलाओं से जुड़े संगठनों से नियमित संपर्क किया जाए। व्यवस्था इस प्रकार की हो कि महिलाओं का महिला मित्र प्रकोष्ठ के प्रति विश्वास बढ़े और वह अपनी शिकायतें बिना संकोच दर्ज कर सकें। उन्होंने कहा कि महिला अपराधों पर विवेचना व पैरवी में कमी पाए जाने पर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं।

    बैठक में ये रहे मौजूद

    बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविंद सिंह ह्यांकी, रविनाथ रमन, एडीजी वी मुरुगेशन और आइजी एपी अंशुमान व वर्चुअल माध्यम से सभी जिलों के पुलिस व प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।