एमपीएस कंपनी के अफसरों पर महिला ने लगाए यौन उत्पीड़न का आरोप
आइटी पार्क स्थिति एमपीएस कंपनी की पूर्व महिला कर्मी ने कंपनी के अफसरों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।
देहरादून, जेएनएन। आइटी पार्क स्थिति एमपीएस कंपनी की पूर्व महिला कर्मी ने कंपनी के अफसरों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने एसएसपी देहरादून को मुकदमे के आदेश दिए हैं। इस मामले में महिला अधिकारी के नेतृत्व में एसआइटी गठित कर विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
पीड़ित महिला पिछले आठ माह से इस प्रकरण में न्याय की गुहार लगा रही है। आइटी पार्क (सहस्रधारा रोड) स्थित एमपीएस कंपनी में किशननगर निवासी महिला बतौर टेक्निकल एडिटर तैनात थी। महिला का आरोप है कि कंपनी के टीम लीडर, असिस्टेंट मैनेजर आदि उस पर गलत निगाह रख पिछले एक साल से यौन उत्पीड़न कर रहे थे।
आरोप है कि महिला को बार-बार अपने पास बुलाना, छुट्टी के बाद काम के बहाने काफी देर तक ऑफिस में रोके रखने के साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से यौन उत्पीड़न किया गया। कंपनी अफसरों की इन हरकतों पर महिला ने पहले कंपनी के उच्चाधिकारियों और फिर पुलिस, श्रम विभाग और पीएमओ तक न्याय की गुहार लगाई।
हर जगह से जांच-पड़ताल के बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। कुछ दिन पूर्व महिलाओं से जुड़े एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के समक्ष महिला ने फिर से न्याय की गुहार लगाई। एडीजी ने महिला को न्याय का भरोसा दिया।
इसी कड़ी में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने एसएसपी देहरादून को आदेश दिए कि पीड़ित महिला के मामले में तत्काल कंपनी अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। इस मामले की जांच सीनियर महिला अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल बनाकर करें। हर पहलू की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
इस मामले में पीड़िता ने दून के दो अफसरों समेत नोएडा और दिल्ली के कुल छह अफसरों को नामजद किया गया है। हालांकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि कंपनी अफसरों ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
कोर्ट में भी डाली अर्जी
कंपनी अफसरों के उत्पीड़न से परेशान महिला को जब पुलिस और अन्य जगह से न्याय नहीं मिला तो महिला ने कोर्ट में भी अर्जी डाली। इस मामले में कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। अभी इस मामले में जनवरी के पहले पखवाड़े में सुनवाई होनी है।
कंपनी ने महिला को हटाया
इस मामले में महिला ने जब अफसरों की शिकायत उच्चाधिकारियों और पुलिस तक की तो महिला को पहले ट्रांसफर और फिर सस्पेंड कर दिया। हालांकि, कंपनी की शिकायत श्रम और पीएमओ तक करने पर महिला को दोबारा ज्वाइन करने का ऑफर दिया गया। मगर, महिला ने दोषियों को सजा दिलाने के लिए ज्वाइन करने से इन्कार कर दिया।
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