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    Uttarakhand Weather: उत्‍तराखंड में कमजोर पड़ा मानसून, आज पांच जिलों में मौसम का यलो अलर्ट

    Updated: Fri, 16 Aug 2024 03:17 PM (IST)

    Uttarakhand Weather उत्‍तराखंड में मानसून कुछ कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं मैदानी इलाकों में उमस से हाल बेहाल है। कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने व तेज बारिश होने की संभावना है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने उत्‍तराखंड के अधिकतर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। आज पांच जिलों के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।

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    Uttarakhand Weather: उत्‍तराखंड के अधिकतर जिलों के लिए यलो अलर्ट

    ऑनलाइन डेस्‍क, देहरादून। Uttarakhand Weather: उत्‍तराखंड में मानसून कुछ कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। वहीं मैदानी इलाकों में उमस से हाल बेहाल है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने उत्‍तराखंड के अधिकतर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। आने वाले कुछ दिनों में मौसम के इसी प्रकार से रहने की संभावना बनी हुई है।

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    मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और बागेश्वर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र वर्षा के दौर हो सकते हैं।

    मौसम विभाग का यलो अलर्ट

    शुक्रवार को कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने व तेज बारिश होने की संभावना है। इसे देखते हुए पांच जिलों के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।

    यह भी पढ़ें- Weather Update: दिल्ली-NCR में अगले दो दिन हल्की बारिश के आसार, फिर 3 दिन का येलो अलर्ट जारी

    जिसके मुताबिक राज्‍य में संवेदनशील इलाकों में कहीं-कहीं भूस्खलन हो सकता है। भारी बारिश से नदी व बरसाती नालों के जलस्‍तर में बढ़ोतरी हो सकती है। हवाई सेवाओं का संचालन प्रभावित हो सकता है। कहीं-कहीं बिजली गिर सकती है।

    भूस्खलन की आशंका वाले संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले, चारधाम या अन्य स्‍थानों की यात्रा करने वाले यात्रियों और नदी नालों के पास रहने वालों लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

    भूस्खलन से 13 मोटर मार्ग बाधित

    विकासनगर। जौनसार बावर व पछवादून में भूस्खलन व भूकटाव के कारण 13 मार्गों पर आवागमन बाधित हो गया। पीएमजीएसवाई कालसी के दो, लोनिवि प्रांतीय खंड दून के तीन, लोनिवि निर्माण खंड का एक, लोनिवि साहिया का एक और लोनिवि चकराता के छह मार्ग बंद मार्ग बंद होने से करीब 80 गांवों, खेड़ों मजरों में रहने वाले ग्रामीणों की दिनचर्या प्रभावित है।

    वहीं टोंस नदी का जलस्तर कई दिन से चेतावनी स्तर के पार चल रहा है। जिसके चलते इच्छाड़ी डैम से पानी को छोड़ा जा रहा है। मार्गों के बंद होने से सबसे अधिक नुकसान किसान व पर्यटन व्यवसाय आधारित व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है।

    किसान अपनी नगदी फसल गोभी, टमाटर, मूली, खीरा, बींस, अदरक, शिमला मिर्च, हरी मिर्च आदि उपज कृषि मंडियों में नहीं पहुंचा पाए।

    • मलबा आने से लोनिवि साहिया के 27 जुलाई से बंद डयूडीलानी ठलीन सकरोल मोटर मार्ग पर यातायात सुचारू नहीं हो पाया।
    • लोनिवि चकराता के नौ जुलाई से बंद रावना पुरोड़ी संपर्क मार्ग, 26 जून से बंद टुंगरा मोटर मार्ग पर भी यातायात सुचारू नहीं हो पाया।
    • रडू मुंदोल, डिरनाड़ पुरटाड़, पुरोड़ी हयोटगरी, सैजाड़ मोटर मार्गों पर आवागमन ठप है।
    • पीएमजीएसवाई कालसी के कुनैन मोटर मार्ग, बोसन बैंड मोटर मार्ग पर यातायात ठप है।
    • लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के लांघा मदरसू मटोगी मोटर मार्ग पर यातायात ठप है।
    • लोनिवि प्रांतीय खंड का कोटी ढलानी मार्ग पर कटाव के चलते भारी वाहनों के लिए आवागमन ठप कर दिया गया है।
    • कोटड़ा कल्याणपुर बड़वा लांघा मोटर मार्ग दो स्थानों पर मलबा आने से बंद है।
    • कोटड़ा संतूर फुलसैनी, आमवाला, धौलास चौकी मोटर मार्ग किमी दो पर मलबे के कारण भारी वाहनों के लिए यातायात ठप है।
    • लोनिवि साहिया की अधिशासी अभियंता रचना थपलियाल, लोनिवि चकराता के अधिशासी अभियंता एलके गोयल ने मलबा हटवाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई हैं।

    टोंस नदी चेतावनी स्तर पार

    डाकपत्थर में यमुना का जलस्तर 454.45 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि यहां पर चेतावनी व खतरे का स्तर 455.37 मीटर पर है। इच्छाड़ी में टोंस नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर पार कर 644.25 मीटर पर पहुंच गया है, जिस कारण बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। यहां पर टोंस का चेतावनी स्तर 643.60 मीटर व खतरे का स्तर 644.75 मीटर पर है।