Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बदरी धाम में चौथे दिन भी फंसे रहे 1300 श्रद्धालु

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:10 AM (IST)

    बारिश के बाद मलबा आने से बंद बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में रविवार को चौथे दि‍न भी नहीं खोला जा सका। हाईवे पर लगातार ऊपर से मलबा आने से इसे सुचारू करने में परेशानी हो रही है।

    उत्तराखंड के पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बदरी धाम में चौथे दिन भी फंसे रहे 1300 श्रद्धालु

    देहरादून, जेएनएन। बारिश और भूस्खलन ने चारधाम यात्रा मार्गों पर दिक्कतें खड़ी की हुई हैं। शनिवार रात हुई बारिश से रविवार पूरे दिन हाईवे बंद और खुलते रहे। बदरीनाथ हाईवे चमोली के लामबगड़ में चौथे दिन भी पूरी तरह अवरुद्ध रहा। करीब 1300 यात्री अभी भी बदरीनाथ धाम में फंसे हुए हैं, जबकि डेढ़ हजार यात्री पैदल रास्तों से वापस लौट आए हैं। राज्य मौसम केंद्र ने देहरादून और नैनीताल समेत छह जिलों में अगले चौबीस घंटों के अंतराल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रविवार को हालांकि दिन में मौसम साफ रहा, लेकिन बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में चौथे दिन भी नहीं खुल पाया। यहां पर पहाड़ी से चट्टान खिसकर आने से हाईवे का काफी हिस्सा ध्वस्त हो गया था। इससे पैदल रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया था। चार दिनों से यहां पर हाईवे को दुरुस्त करने का काम चल रहा है, लेकिन पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों की वजह से बीच-बीच में काम रोकना पड़ रहा है। मुख्य मार्ग अवरुद्ध होने के कारण यात्री अलकनंदा नदी के किनारे बनाए गए पैदल मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं। प्रशासन पुलिस सुरक्षा में यात्रियों की आवाजाही करा रही है। निजी वाहनों से बदरीनाथ धाम पहुंचे लगभग 1300 हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। 

    उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे रातभर से हो रही बारिश के कारण चुंगी बडेथी, नेताला, थिरांग, हेल्गू गाड़ में छह घंटे अवरुद्ध रहा। इसको देखते हुए वाहनों की आवाजाही मनेरा बाईपास मार्ग से कराई जा रही है। हालांकि, सुबह करीब तीन घंटे बाईपास मार्ग भी भूस्खलन की वजह से बंद रहा। यमुनोत्री हाईवे हरेती, खरादी और डाबरकोट के पास पहाड़ी से मलबा आ आने की वजह से पांच घंटे तक बंद रहा। 

    रुद्रप्रयाग में केदारनाथ जाने वाला गौरीकुंड हाईवे सुबह के वक्त फाटा, डोलिया देवी और जामू के पास पहाड़ी से मलबा आने की वजह से अवरुद्ध हो गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद राजमार्ग की टीम इन स्थानों पर वाहनों की आवाजाही शुरू करा पाई। इससे यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 

    उधर, कुमाऊं मंडल के कई हिस्सों में पूरी रात बारिश चली। इसके चलते अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मार्ग मकड़ाउ में मलबा आने से मार्ग सात घंटे बंद रहा। टनकपुर-तवाघाट हाईवे में लखनपुर के पास और तवाघाट-सोबला मार्ग नारायणपुर  के  पास मलबा आने से मार्ग बंद  रहा। काली और गोरी नदी के संगम स्थल में स्थित प्रसिद्ध ज्वालेश्वर मंदिर की सुरक्षा दीवार ढहने से मंदिर को खतरा पैदा हो गया है। सुरक्षा दीवार के मलबे से एक मकान ध्वस्त हो गया है।

    देहरादून में हुई मूसलाधार बारिश, कार बही; कड़कड़ाती बिजली ने उड़ाई नींद

    दून में मूसलाधार बारिश का दौर देर शाम को शुरू हुआ, जो रात करीब दो बजे तक जारी रहा। बारिश के कारण शहर की अधिकतर सड़कों पर जलभराव हो गया। ऐसे में राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं कई स्थानों पर दुपहिया और चौपहिया वाहन भी फंस गए। उधर, सहसपुर के सिंघनीवाला में गदेरे में आये उफान में सड़क से गुजर रही कार फंस गई। कार अनियंत्रित होने लगी तो उसमें सवार लोग किसी तरह से बाहर आ गए, मगर कार उफान में बह गई।

    यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में आफत की बारिश, तीसरे दिन भी बदरीनाथ हाइवे बंद; पैदल यात्रियों को आई चोटें

    comedy show banner
    comedy show banner