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उत्तराखंड में राष्ट्रीय उद्यानों की सैर महंगी, ड्रोन से फोटोग्राफी पर भी लगेगा शुल्क

उत्तराखंड में राष्ट्रीय उद्यानों सेंचुरियों कंजर्वेशन रिजर्व की सैर अब महंगी होगी। वन्यजीव विभाग ने इन क्षेत्रों में पर्यटन की गतिविधियों की दरों में वृद्धि का प्रस्ताव बनाया है।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 08:40 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 08:40 AM (IST)
उत्तराखंड में राष्ट्रीय उद्यानों की सैर महंगी, ड्रोन से फोटोग्राफी पर भी लगेगा शुल्क
उत्तराखंड में राष्ट्रीय उद्यानों की सैर महंगी, ड्रोन से फोटोग्राफी पर भी लगेगा शुल्क

देहरादून, केदार दत्त। उत्तराखंड में राष्ट्रीय उद्यानों, सेंचुरियों व कंजर्वेशन रिजर्व की सैर अब महंगी होने जा रही है। वन्यजीव विभाग ने इन क्षेत्रों में पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों की दरों में वृद्धि का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसमें संरक्षित क्षेत्रों में प्रवेश शुल्क व वन विश्राम भवनों में ठहरने की दरों में 25 से 50 फीसद की वृद्धि की सिफारिश की गई है। 

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पहली मर्तबा राज्य के चारों कंजर्वेशन रिजर्व में प्रवेश शुल्क की दरों का निर्धारण भी किया गया है। विभाग का तर्क है कि 2009 के बाद दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। बदली परिस्थितियों में वित्तीय संसाधन जुटाने के दृष्टिगत ऐसा करना समय की मांग है। उधर, शासन में इस प्रस्ताव पर मंथन चल रहा है।

छह राष्ट्रीय उद्यान, सात वन्यजीव विहार और चार कंजर्वेशन रिजर्व वाले उत्तराखंड में वन्यजीवन के दीदार को बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। यह संरक्षित क्षेत्रों की आय का अहम जरिया भी है। बीते सीजन में एक अक्टूबर 2018 से 30 सितंबर 2019 तक इनमें 4.72 सैलानी आए और  11.74 करोड़ रुपये की आय हुई। इसी के दृष्टिगत विभाग ने संरक्षित क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों की दरों में चार श्रेणियों में वृद्धि का प्रस्ताव किया है।

इसमें प्रवेश शुल्क और वन विश्राम भवनों में ठहरने की दरें महंगी करने की सिफारिश की गई है। कार्बेट व राजाजी टाइगर रिजर्व में दरों में ज्यादा वृद्धि होगी, जबकि राष्ट्रीय उद्यानों में दरें समान रहेंगी। अभयारणों में अस्कोट में दरें नई होंगी। चारों कंजर्वेशन रिजर्व में भी प्रवेश की दरें निर्धारित की गई हैं। अभी तक आसन व झिलमिल में ही ये दरें लागू हैं।

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अफसर भी देंगे ज्यादा राशि

वन विश्राम भवनों के विभागीय उपयोग पर अधिकारियों के लिए सौ रुपये प्रतिदिन का शुल्क प्रस्तावित किया गया है। पहले यह 25 रुपये प्रतिदिन था।

इनमें नहीं होगा बदलाव

पर्यटकों को ले जाने वाले वाहनों के अलावा छायांकन, कैंपिंग की दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। अलबत्ता, ड्रोन से फोटोग्राफी को शुल्क देना होगा।

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