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    Guldar Terror in Dehradun: गुलदार के आतंक से दहशत में ग्रामीण, चार टीमों ने की गश्त; नहीं मिला सुराग

    Updated: Tue, 06 Feb 2024 04:00 PM (IST)

    Guldar Terror in Dehradun वन विभाग की चार टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में गुलदार की तलाश कर रही हैं। हालांकि करीब एक माह से अधिक समय बीतने के बावजूद वन विभाग को सफलता नहीं मिली है। इधर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार दिखाई देने की अफवाह से भी वन कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रायपुर रेंज और मालसी रेंज की टीमें रातभर गश्त कर रही हैं।

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    गुलदार के आतंक से दहशत में ग्रामीण, चार टीमों ने की गश्त

    जागरण संवाददाता, देहरादून। वन विभाग की चार टीमें अलग-अलग क्षेत्रों में गुलदार की तलाश कर रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में लाइव कैमरे, पिंजरे और कैमरा ट्रैप लगाए जाने के बावजूद गुलदार का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। सोंधोवाली और सिगली में गुलदार के बच्चों पर हमले के बाद से ही वन महकमा सतर्क है और गुलदार को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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    हालांकि, करीब एक माह से अधिक समय बीतने के बावजूद वन विभाग को सफलता नहीं मिली है। इधर, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार दिखाई देने की अफवाह से भी वन कर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रायपुर रेंज और मालसी रेंज की टीमें रातभर गश्त कर रही हैं।

    की जा रही है गुलदार की तलाश

    सिगली, डांडा लखौंड, शिवगंगा एनक्लेव, कैनाल रोड, सोंधोवाली, चीड़ोंवाली समेत तमाम संभावित क्षेत्रों में गुलदार की तलाश की जा रही है। इसके अलावा संतलादेवी क्षेत्र में भी गुलदार नजर आने के बाद यहां भी गश्त बढ़ा दी गई है। करीब दो माह पूर्व सिगली गांव में घर के आंगन से गुलदार ने एक चार वर्षीय बच्चे को निवाला बना लिया था। इसके कुछ समय बाद ही सोंधोवाली में गुलदार ने एक बालक पर हमला कर उसे घायल कर दिया था।

    गुलदार को देख अलर्ट पर वन विभाग

    गुलदार की रिहायशी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही धमक को देखते हुए वन विभाग सतर्क है। रायपुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी समेत विभिन्न इलाकों में चार टीम नियमित गश्त कर रही हैं। टीम में गुलदार को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पशु चिकित्सक प्रदीप मिश्रा व दीप्ति अरोड़ा को भी शामिल किया गया है।

    पकड़ने के लिए की गई ऐसी तैयारी

    रेंज अधिकारी राकेश नेगी ने बताया कि डांडा लखौंड क्षेत्र में सौर ऊर्जा से चलने वाले लाइव कैमरे लगाए गए हैं और शिवगंगा एनक्लेव में पिंजरा भी लगा दिया गया है। स्थानीय लोगों को सचेत करते हुए सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी कैमरा ट्रैप और पिंजरे लगाए गए हैं। हालांकि, अभी तक गुलदार के निशान नहीं मिले हैं। मालसी रेंज की वन क्षेत्राधिकारी शुचि चौहान के नेतृत्व में भी विभाग की टीम गश्त कर रही है।

    गुलदार की अफवाह से वन कर्मियों की बढ़ी मुश्किलें

    वन विभाग को लगातार दून के विभिन्न क्षेत्रों से गुलदार नजर आने की सूचनाएं मिल रही हैं। जिस पर दौड़ भाग कर रही रेस्क्यू टीम के मौके पर पहुंचकर जांच में सूचना झूठी पाई जा रही है। इससे वनकर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इंटरनेट मीडिया पर भी अन्य राज्यों के वीडियो प्रसारित कर दून के बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू टीम के सदस्य जितेंद्र बिष्ट ने बताया कि उन्हें कौलागढ़, धर्मपुर, रेसकोर्स, बिंदाल, करनपुर, नेशविला रोड, जैंतनवाला, हल्दूवाला, महारानी बाग बल्लूपुर आदि क्षेत्रों से गुलदार की झूठी सूचनाएं मिली हैं।

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