विकासनगर: कनासर रेंज से चेकिंग के दौरान 39 नग देवदार की लकड़ी बरामद, चालक मौके से फरार
Vikasnagar News कनासर रेंज में वन विभाग टीम को चेकिंग अभियान के दौरान बड़ी सफलता हाथ लगी। टीम ने जंगल से अवैध कटान कर बेचने को ले जाई जा रही देवदार लकड़ी के 39 अवैध नग बरामद किए।
जागरण संवाददाता, विकासनगर। जंगलों की सुरक्षा को चल रहे वन्य जीव सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम के दौरान चकराता वन प्रभाग से जुड़े कनासर रेंज के वन विभाग टीम को देवदार लकड़ी की अवैध तस्करी में बड़ी सफलता हाथ लगी। वन विभाग टीम ने अपने चेकिंग अभियान के दौरान चकराता से कुछ दूर आगे धारनाधार के पास देवदार के अवैध 39 नगों से भरी एक पिकअप गाड़ी पकड़ी। टीम ने लोडर वाहन से बरामद अवैध लकड़ी को जब्त कर उसे सीज कर दिया। रेंजर ने कहा मामले में अज्ञात के विरुद्ध फॉरेस्ट एक्ट के तहत केस पंजीकृत कर जांच पड़ताल की जा रही है।
चकराता वन प्रभाग के जंगलों से वृक्षों का अवैध कटान कर लकड़ी की अवैध तस्करी का खेल पिछले काफी समय से चोरी-छुपे चल रहा है। जिस पर अंकुश लगाने को वन विभाग की टीम अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रही है। बावजूद इसके लकड़ तस्करों के हौसले बुलंद है। इसी कड़ी में वन विभाग टीम ने कनासर रेंज से लकड़ी की तस्करी करते देवदार के अवैध नगों से भरी पिकअप गाड़ी पकड़ी। जंगलों से की जा रही लकड़ी की तस्करी व अवैध पातन की रोकथाम को कनासर रेंज चकराता के वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र सिंह गुंसाई के नेतृत्व में वन विभाग टीम बीते शुक्रवार की रात्रि को गश्त पर निकली।
इस दौरान वन विभाग टीम ने चकराता-त्यूणी-मसूरी हाइवे पर चेकिंग अभियान के चलते धारनाधार के पास लकड़ी से भरी पिकअप गाड़ी से देवदार के अवैध 39 नग बरामद किए। रेंजर एमएस गुंसाई ने कहा वन विभाग टीम के वाहन को अपनी ओर आते देख लोडर चालक धारनाधार के पास वाहन को सड़क पर छोड़ मौके से फरार हो गया, जिसका रात के अंधेरे में कुछ पता नहीं चल पाया। वन विभाग टीम ने अवैध रुप से देवदार लकड़ी की तस्करी के उपयोग में लाए गए लोडर वाहन को कब्जे में लेकर उसे सीज कर दिया।
रेंजर ने कहा लोडर से बरामद देवदार लकड़ी के अवैध 39 नगों को जब्त कर उसे रीवर रेंज के डाकपत्थर स्टोर में रखा गया है। रेंजर ने कहा वन विभाग टीम गाड़ी मालिक और देवदार लकड़ी की तस्करी में शामिल आरोपितों का पता लगा रही है। रेंजर ने अज्ञात तस्करों के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम के तहत सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु कर दी है। पकड़ी गई अवैध देवदार लकड़ी की बाजार कीमत दो लाख से अधिक बताई जा रही है। रेंजर ने कहा पकड़ी गई देवदार लकड़ी किस जंगल से आई इस बात का पता लगाया जा रहा है। टीम में रेंजर एमएस गुंसाई, वन दरोगा चमन, वन बीट अधिकारी राहुल चौहान, शमशेर, जगत नेगी आदि मौजूद रहे।
जंगल से रातों-रात हो रहा पेड़ों का सफाया
चकराता वन प्रभाग के कनासर रेंज में देवदार लकड़ी से भरी पिकअप गाड़ी को पकड़े जाने से जंगलों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठना लाजमि है। आमतौर से देवदार वृक्षों के जंगल पहाड़ की ऊंचाई वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं। कनासर रेंज में चकराता से लेकर जाड़ी, लोखंडी, देववन, कनासर व कोटी-कनासर समेत आसपास के ऊंचाई वाले इलाके में देवदार के घने जंगलों की विशेषता देशभर में है। जंगलों की सुरक्षा को वन विभाग की टीम चारों तरफ मुस्तैद की गई है।
बावजूद इसके जंगलों से पेडों के अवैध कटान व लकड़ी तस्करी की घटना रुकने का नाम ले रही। चकराता वन प्रभाग के कनासर रेंज, रिखनाड़ रेंज व देवघार रेंज त्यूणी क्षेत्र में चले चेकिंग अभियान के दौरान वन विभाग टीम ने इससे पूर्व कई बार जंगलों से अवैध कटान कर बेचने को ले जाई जा रही देवदार लकड़ी को काफी मात्रा में बरामद कर उसे जब्त करने की कार्रवाई की।
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