Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में तीव्र बौछारें जारी, सावधान! पहाड़ी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक मानसून की भारी बारिश जारी है, खासकर कुमाऊं में जनजीवन प्रभावित है। बारिश से भूस्खलन के कारण बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे पर्वतीय मार्गों पर आवाजाही बाधित हो रही है। मैदानी इलाकों में भी रुक-रुककर बारिश से तापमान गिरा है। मौसम विभाग ने बागेश्वर, नैनीताल और रुद्रप्रयाग के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे चारधाम यात्रा मार्ग सहित कई पहाड़ी रास्ते अवरुद्ध हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में पहाड़ से मैदान तक मानसून की बारिश जारी है। खासकर कुमाऊं में जोरदार वर्षा से जनजीवन प्रभावित है। बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन से पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बदरीनाथ व केदारनाथ मार्गों पर जगह-जगह मलबा आने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। मैदानी क्षेत्रों में रुक-रुककर हल्की से मध्यम बौछारें पड़ रही हैं। जिससे तापमान में भारी गिरावट है।
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को तीन जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी गरज के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। बुधवार को दून में सुबह से ही बादलों का डेरा रहा।
घने बादलों के बीच दोपहर करीब 12 बजे वर्षा का क्रम शुरू हुआ जो कि करीब एक घंटा चला। इस दौरान कहीं-कहीं तेज हवा के बौछारें पड़ीं। दिनभर बादल छाये रहने और वर्षा के कारण पारे में गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया है। ज्यादातर क्षेत्रों में दिन और रात के तापमान में मामूली अंतर है।
पर्वतीय क्षेत्रों में भी वर्षा का सिलसिला जारी है। प्रदेश में उत्तरकाशी के मोरी में सर्वाधिक 85 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा चकराता, में भी जोरदार वर्षा हुई। बदरीनाथ, केदारनाथ समेत चारों धाम और आसपास के क्षेत्रों में देर रात वर्षा के दौर हुए। ज्यादातर पहाड़ी मार्गों पर जगह-जगह भूस्खलन होने से यातायात बाधित हो रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग भी इससे खासे प्रभावित हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, गुरुवारक बागेश्वर, नैनीताल और रुद्रप्रयाग में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, टिहरी, चमोली, चंपावत और पिथौरागढ़ में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ भारी वर्षा के दौर हो सकते हैं। चारधाम व यात्रा मार्ग पर भी बौछारें पड़ने की आशंका है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।