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    उत्‍तराखंड में मौसम का कहर जारी, आकाशीय बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत; शनिवार को ऑरेंज अलर्ट

    Updated: Fri, 11 Apr 2025 08:03 PM (IST)

    Uttarakhand Weather उत्तराखंड में लगातार तीसरे दिन वर्षा और ओलावृष्टि जारी रही जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि और बागवानी को भारी नुकसान हुआ है। बागेश्वर में आकाशीय बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने शनिवार को भी तीव्र वर्षा ओलावृष्टि और तेज हवाओं के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जिससे मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।

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    Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में वर्षा-ओलावृष्टि जारी, पर्वतीय क्षेत्रों में नुकसान. Jagran Graphics

    जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में वर्षा-ओलावृष्टि का क्रम तीसरे दिन भी जारी रहा। मौसम के तल्ख तेवर पर्वतीय क्षेत्रों में आफत बन गए हैं। ओलावृष्टि और अंधड़ से कृषि-बागवानी को भारी नुकसान पहुंच रहा है। खड़ी फसल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही फलदार वृक्षों को भी क्षति पहुंची है। आकाशीय बिजली गिरने से बागेश्वर के कपकोट में 27 बकरियों की मौत हो गई।

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    भूस्खलन के कारण जगह-जगह मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में बारिश के कारण पारा लुढ़कने से गर्मी से फौरी राहत मिली है। शनिवार को भी मौसम विभाग ने प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में तीव्र वर्षा, ओलावृष्टि और तेज हवा चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

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    बीते बुधवार शाम से ही प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं और कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि व तीव्र बौछारें हो रही हैं। इसके साथ ही अंधड़ भी दुश्वारियां बढ़ा रही है। शुक्रवार को पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में तेज वर्षा व ओलावृष्टि हुई।

    कपकोट में आकाशीय बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत

    हिमालय की ऊंची चोटियों, नंदा देवी, नंदा कोट, सिदमधार,पंचाचूली, राजरंभा, नागनीधुरा सहित अन्य चोटियों पर हिमपात हुआ। बागेश्वर के कपकोट में आकाशीय बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत हो गई। इधर, गढ़वाल में भी केदारनाथ, गोपेश्वर, कर्णप्रयाग आदि क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ तीव्र वर्षा दर्ज की गई। कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि के कारण फसलों को क्षति पहुंची है। वर्षा व ओलावृष्टि से पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड महसूस की जा रही है।

    वहीं, देहरादून समेत अन्य मैदानी क्षेत्रों में पारे में दो से चार डिग्री सेल्सियस गिरावट आने से उमसभरी गर्मी से राहत मिली है।

    वर्षा व ओलावृष्टि से पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड।

    ऑरेंज अलर्ट जारी

    मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर, अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ में ओलावृष्टि व करीब 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है। देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही ओलावृष्टि व कहीं-कहीं अधिकतम 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

    दो दिन की बारिश से सुबह शाम शीतलहर जारी

    नई टिहरी। जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों और विकासखंडों में बीते दो दिन हुई बारिश के बाद ठंड एक बार फिर से लौट आई है। सुबह और शाम के समय शीतलहर चलने के कारण लोगों को मौसम में ठंडक महसूस होने लगी है। अप्रैल का महीना भी लगभग आधा बीत चुका है। लेकिन ठंड बार-बार लौटकर लोगों को कंपकपा रही है। बीते बुधवार और गुरूवार को आधी के साथ हुई बारिश के कारण ठंड ने फिर से दशतक दी है।

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    अप्रैल माह के पहले सप्ताह तक तेज धूप खिलने से लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा था और लोग हाफ बाजू तक के कपड़ों में उतर आए थे। लेकिन बारिश के कारण मौसम में बढ़ी ठंड के कारण लोगों के गर्म कपड़े एक बार फिर से बाहर निकल आए हैं। वहीं सुबह व शाम के समय जारी सर्द शीतलहर से लोगों कंपकपी छूट रही है।

    जिला आपदा प्रबंधन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से बीते 24 घंटों में पूरे जनपद में औसतन 3.43 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जिसमें टिहरी में 2 मिमी, धनौल्टी में 6 मिमी, घनसाली में 8.6 मिमी, नरेंद्रनगर में 4 मिमी तक बारिश हुई है। वहीं टिहरी झील का जलस्तर सुबह 8 बजे तक 760.30 मीटर नापा गया और 150 क्यूमैक्स पानी टिहरी झील से डिस्चार्ज किया गया है।