Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गर्मी से परेशान लोगों की पहली पसंद बनें उत्‍तराखंड के ये सात हिल स्‍टेशन, उमड़ी भीड़; रहने की सभी जगहें फुल

    By Jagran NewsEdited By: Nirmala Bohra
    Updated: Mon, 12 Jun 2023 10:27 AM (IST)

    Uttarakhand Tourism मैदान में उछाल भरते पारे से सुकून के लिए पर्यटक पहाड़ों का रुख करने लगे हैं। पर्यटकों की अच्छी आमद से स्थानीय व्यापारी भी काफी उत् ...और पढ़ें

    Hero Image
    Uttarakhand Tourism: मैदान में उछाल भरते पारे से सुकून के लिए पर्यटक पहाड़ों का रुख करने लगे हैं।

    जागरण टीम, उत्तराखंड: Uttarakhand Tourism: मैदान में उछाल भरते पारे से सुकून के लिए पर्यटक पहाड़ों का रुख करने लगे हैं। इसके कारण उत्तराखंड के हिल स्टेशनों पर काफी चहल-पहल है। खासकर वीकएंड पर पर्यटकों की काफी भीड़ उमड़ रही है। हिल स्टेशन और उसके आसपास अधिकतर होटल, रिसार्ट, होम स्टे, गेस्ट हाउस सभी फुल चल रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पर्यटक हिल स्टेशन के अलावा आसपास के पर्यटक स्थलों की सैर कर अपनी रुचि के अनुसार एडवेंचर और वाटर स्पोर्ट्स का भी आनंद उठा रहे हैं। पर्यटकों की अच्छी आमद से स्थानीय व्यापारी भी काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि कोरोना काल के बाद पहली बार इतना अच्छा कारोबार चल रहा है।

    नैनीताल में 80 प्रतिशत होटल फुल

    झीलों के शहर नैनीताल में भी इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। इस वीकएंड पर तो शहर के 80 प्रतिशत होटल फुल रहे। इस दौरान लगभग 25 हजार से अधिक पर्यटक यहां पहुंचे। नैनीताल में पर्यटकों ने चिड़ियाघर, केव गार्डन, बाटनिकल गार्डन, वाटरफाल, स्नोव्यू समेत तमाम पर्यटन स्थलों की सैर की। नैनी झील में नौकायन को लेकर पर्यटकों की भारी भीड़ रही। देर शाम मा लरोड, पंत पार्क समेत बाजारों में पर्यटक चहलकदमी करते नजर आए।

    मसूरी में होटल से लेकर गलियां तक पैक

    समुद्रतल से 6578 फीट की ऊंचाई पर स्थित पहाड़ों की रानी मसूरी पर्यटकों के पसंदीदा हिल स्टेशनों में से एक है। यहां नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत देशभर से बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इस वीकएंड पर 30 हजार से अधिक पर्यटक मसूरी पहुंचे हैं। ऐसे में शहर के होटलों से लेकर गलियां तक पैक हैं। पर्यटक कैंप्टी फाल, क्लाउड एंड, जार्ज एवरेस्ट, माल रोड आदि जगहों की सैर पर निकल रहे हैं।

    पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटक स्थल बना धनोल्टी

    समुद्रतल से 7500 फीट की ऊंचाई पर स्थित धनोल्टी हिल स्टेशन भी पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। यहां सर्दी-गर्मी दोनों सीजन में काफी भीड़ रहती है। धनोल्टी में बने ईको पार्क में पर्यटकों की सैर के साथ बच्चों के खेलने के भी इंतजाम हैं। इसके अलावा चंबा-मसूरी फलपट्टी में सेब के बागान भी पर्यटकों के पसंदीदा सैरगाह हैं। इस वीकएंड पर 1800 से अधिक पयर्टक धनोल्टी पहुंचे हैं।

    लैंसडौन भी पर्यटकों से गुलजार

    समुद्रतल से 4593 फीट की ऊंचाई पर स्थित पर्यटन नगरी लैंसडौन इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है। ये पर्यटक लैंसडौन समेत निकटवर्ती क्षेत्रों में स्थित डेरियाखाल, पालकोट, गोयूं, फतेहपुर, जयहरीखाल, गुमखाल, चुंडई आदि जगहों की भी सैर कर रहे हैं। लैंसडौन में पर्यटक स्थल टिप-इन-टाप से जहां पर्यटक हिमालय के विहंगम दृश्यों का दीदार कर रहे हैं, वहीं भूल्ला लेख में नौकायन का भी लुत्फ उठा रहे हैं। इस वीकएंड पर लैंसडौन में डेढ़ हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं।

    चकराता पहुंचे आठ हजार से अधिक पर्यटक

    समुद्रतल से 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित हिल स्टेशन चकराता देवदार के जंगल से घिरा हुआ है। इस वीकएंड पर चकराता में आठ हजार से अधिक पर्यटक चकराता पहुंचे हैं। इसके चलते होटल, रिसार्ट, होम स्टे सभी फुल चल रहे हैं। यहां तक कि ठहरने का इंतजाम न हो पाने से कई पर्यटक तो वापस भी लौट गए हैं। चकराता में टाइगर फाल, देववन, चिलमिरी नेक, रामताल के अलावा कई अन्य पर्यटक स्थल भी हैं।

    वाटर स्पोर्ट्स का विकल्प बना टिहरी झील

    टिहरी झील पर्यटकों का नया ठिकाना बनता जा रहा है। झील में बोटिंग, जेट स्कीइंग, फ्लाई बोर्डिंग, बनाना राइड, सर्फिंग, कनोइंग, रोइंग, हाट एयर बैलून जैसे वाटर स्पोर्ट्स के तमाम विकल्प मौजूद हैं। इसके साथ ही झील के आसपास के गांवों में बड़ी संख्या में होम स्टे खुल गए हैं, जहां पारंपरिक पहाड़ी भोजन परोसा जा रहा है, जो पर्यटकों को काफी पसंद आ रहा है। इस वीकएंड पर एक हजार से अधिक पर्यटकों ने झील में वाटर स्पोर्ट्स का आनंद लिया।

    चोपता में पर्यटक ले रहे मखमली घास का लुत्फ

    समुद्रतल से 8888 फीट की ऊंचाई पर बसा चोपता मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है। यहां दूर-दूर तक फैले मखमली घास के मैदान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसके अलावा तृतीय केदार तुंगनाथ का रास्ता भी चोपता से होकर गुजरता है। इस वीकेंड पर पांच हजार से अधिक पर्यटकों ने चोपता का रुख किया।