Jungle Safari के शौकीनों के लिए बना नया टूरिस्ट जोन, कई वन्यजीवों का कर सकेंगे दीदार; 30 जून तक रहेगा खुला
Jungle Safari अगर आप भी जंगल सफारी का शौक रखते हैं तो देर मत कीजिए और चले आइए उत्तराखंड। यहां मोतीचूर रेंज के सत्यनारायण सेक्शन को नया टूरिस्ट जोन बनाया गया है। यहां से कांसरो तक 19 किलोमीटर ट्रेक पर जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं।
संवाद सूत्र, रायवाला(देहरादून)। Jungle Safari जंगल सफारी के शौकीनों के लिए खुशखबरी है। मोतीचूर रेंज के सत्यनारायण सेक्शन को नया टूरिस्ट जोन बनाया गया है। यहां से कांसरो तक 19 किलोमीटर ट्रेक पर जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं। खास बात यह है कि टूरिस्ट के लिए यह ट्रैक एक अक्टूबर से 30 जून तक खुला रहेगा।
हाथी, गुलदार और हिरण का कर सकेंगे दीदार
हरिद्वार हाईवे पर सत्यनारायण मंदिर के पास गेट से सौंग नदी के किनारे बना यह ट्रैक न केवल प्राकृतिक रूप से सुंदर है, बल्कि यहां हाथी, गुलदार व हिरण भी बहुतायत हैं। यहां से पर्यटक कांसरो में राजा रानी माइक्रो टावर तक जा सकेंगे। इस ट्रैक के खुलने से पर्यटकों के अच्छी संख्या में आने की उम्मीद जताई जा रही है। जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल ने बताया कि लंबे समय से इस ट्रैक को पर्यटकों के लिए खुलवाने के प्रयास किए जा रहे थे। अब सत्यनारायण सेक्शन पर्यटन का केंद्र बनेगा और आस-पास के होटल व जिप्सी संचालकों को लाभ होगा। इसके लिए उन्होंने मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेएस सुहाग का आभार भी जताया।
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मोतीचूर गेट हमेशा के लिए बंद
वहीं मोतीचूर रेंज गेट अब टूरिस्ट के लिए हमेशा के लिए बंद हो गया है। दरअसल मोतीचूर में बाघ शिफ्टिंग की प्रक्रिया चल रही है। 24 दिसंबर 2020 को यहां पहला तथा 10 जनवरी 2021 को दूसरा बाघ लाया गया। अभी तीन ओर नए बाघ लाए जाने की तैयारी है। सुरक्षा के लिहाज से मोतीचूर रेंज गेट को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। वहीं मोतीचूर में फ्लाईओवर बन जाने की वजह से भी यह पर्यटक गेट व्यवहारिक रूप से उपयोगी व फायदेमंद नहीं रह गया था।
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डेढ़ माह पहले खुल रहे गेट
राजाजी पार्क का पर्यटन सीजन 15 नवंबर से शुरू होकर 15 जून तक रहता है। इस दौरान राजाजी पार्क की चीला, मोतीचूर व हरिद्वार रेंज पर्यटकों के लिए खोली जाती है, जबकि गौहरी रेंज स्थित विश्व प्रसिद्ध चौरासी कुटी साल भर पर्यटकों के लिए खुली रहती है। लेकिन इस बार सभी गेट 15 नवंबर के बजाये एक अक्टूबर से खोलने की तैयारी की जा रही है। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने बताया कि कोरोना के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे पर्यटन व्यवसायियों के हित को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोविड से बचाव के नियमों का भी शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
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