Summer Vacation 2022 पड़ने वाली है स्कूलों की छुट्टियां, चले आइए उत्तराखंड, यहां प्रकृति की गोद में मिलेगा सुकून और आनंद
Top Tourist Destinations In Uttarakhand स्कूल और कॉलेजों की गर्मियों की छुट्टियां पड़ने वाली हैं। दैनिक जागरण आपको उत्तराखंड पांच पर्यटक स्थलों के ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देहरादून : Best Places to visit in Summer Vacation in Uttarakhand स्कूल और कॉलेजों की गर्मियों की छुट्टियां पड़ने वाली हैं। ऐसे में बच्चों के माता-पिता परिवार के साथ घूमने का प्लान कर रहे हैं। वहीं युवाओं को भी अपने दोस्तों के साथ घूमने का ब्रेसब्री से इंतजार है। इसी क्रम में दैनिक जागरण आपको उत्तराखंड पांच पर्यटक स्थलों के बारे में बता रहा है। जहां आप प्रकृति के बीच सुकून के पल बिताने के साथ ही एन्जाय भी कर सकते हैं।

मसूरी : यहां कैम्पटी फाल, गन लेक और मसूरी लेक जैसी कई खूबसूरत जगह घूमने लायक हैं। आप दो दिन में यहां के ठंडे मौमस और हरी भरी वादियों का लुत्फ उठा सकते हैं। कैम्पटी फाल्स एक खूबसूरत झरना है जो पर्वतों और चट्टानों से घिरा है। मसूरी आने वाले पर्यटकों में कैम्पटी फाल्स बेहद मशहूर है। कैमल्स बैक रोड का नाम चट्टान से लिया गया है, जिसका आकर ऊंट की पीठ जैसा है। यहां से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, चौखम्बा, नंदा देवी चोटियां दिखाई देती हैं। लाल टिब्बा लंढौर क्षेत्र में स्थित मसूरी का सबसे ऊंचा स्थान है। यह स्थान सूर्योदय और सूर्यास्त के सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है और मसूरी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। मसूरी में माल रोड मुख्य खरीदारी क्षेत्र है। इसके साथ ही मसूरी लेक और लाल टिब्बा आदि जगह भी पर्यटकों की पहली पसंद है।
कैसे पहुंचे मसूरी
मसूरी जाने के लिए फ्लाइट, बस और ट्रेन तीनों साधन उपलब्ध हैं। आप पर्सनल वाहन जैसे बाइक या कार से भी जा सकते हैं। मसूरी का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जौलीग्रांट है। यहां से मसूरी की दूरी करीब 59-60 किमी है। एयरपोर्ट से मसूरी जाने के लिए टैक्सी और बस मिल जाती है। मसूरी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून में है। यहांहां से मसूरी लगभग 34-35 किमी दूर है। देहरादून रेलवे स्टेशन से मसूरी के लिए टैक्सी और बस मिल जाती है। अगर बस से जाता है तो तो दिल्ली से मसूरी जाने के लिए कई बसें चलती हैं।

धनोल्टी:
धनोल्टी उत्तराखंड के टिहरी जिले में पड़ने वाला हिल स्टेशन है। चाहे सर्दी हो या गर्मी पर्यटक यहां आना खासा पसंद करते हैं। सप्ताहंत यहां पर्यटकों की भीड़ रहती है। सर्दी में यहां अच्छी बर्फबारी होती है। देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचकर पर्यटक बर्फ से ढकी वादियों का आनंद लेते हैं। इसी तरह गर्मी के मौसम में भी धनोल्टी का वातावरण सर्दी का अहसास कराता है।
कैसे पहुंचे धनोल्टी
धनोल्टी का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जौलीग्रांट है और इनके बीच की दूरी लगभग 50 किमी है। एयरपोर्ट से प्राइवेट टैक्सी द्वारा धनोल्टी पहुंचा जा सकता है। धनोल्टी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून है। यहां से धनोल्टी की दूरी करीब 36 किमी है। देहरादून रेलवे स्टेशन से प्राइवेट टैक्सी से धनोल्टी पहुंच सकते हैं। दिल्ली से कोई भी बस सीधे धनोल्टी के लिए नहीं चलती है। दिल्ली से धनोल्टी हिल स्टेशन तक बस से जाने के लिए आपको देहरादून, हरिद्वार, मसूरी या ऋषिकेश जाना होगा। यहां से धनोल्टी के लिए भी बस, शेयर टैक्सी और प्राइवेट टैक्सी आसानी से मिल जाती है।

औली:
प्रसिद्ध हिमक्रीड़ा स्थल औली में पहुंचने वाले पर्यटक यहां की वादियों को तो निहारते ही हैं। साथ ही औली की ढलान पर स्कीइंग का लुत्फ भी उठाते हैं। गर्मी के मौसम में राहत पाने के लिए इन दिनों पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। खासकर क्रिसमस और न्यू इयर सेलिब्रेशन के लिए देशभर से पर्यटक विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली पहुंचते हैं। औली उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। यह भारत के सबसे अच्छे स्कीइंग स्थलों में से एक है। यह समुद्रतल से करीब 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
कैसे पहुंचे औली
एयरपोर्ट से बस या टैक्सी के जरिये आसानी से औली पहुंच सकते हैं। देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट ऋषिकेश से महज 20 किलोमीटर दूर है। आप ऋषिकेश से भी औली जा सकते हैं। ऋषिकेश से जोशीमठ की दूरी 252 किलोमीटर है। इसके बाद जोशीमठ से औली की दूरी 14 किमी है। औली से सड़क मार्ग से ऋषिकेश से जुड़ा हुआ है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन औली का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।

नैनीताल:
उत्तराखंड के नैनीताल को सरोवर नगरी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां नैनी झील के अलावा भी कई ताल स्थित है। नैनीताल में सैर-सपाटे के लिए तल्लीताल और मल्लीताल, नैना देवी मंदिर और रामनगर स्थित कार्बेट पार्क व गर्जिया मंदिर भी है। अक्सर सप्ताहंत में नैनीताल पर्यटकों से फुल रहता है।
कैसे पहुंचे नैनीताल
नैनीताल के सबसे नजदीक पंतनगर एयरपोर्ट है। पंतनगर तक केवल दिल्ली से सीधी उड़ान है। दिल्ली से पंतनगर की फ्लाइट पकड़ सकते हैं या फिर दिल्ली से नैनीताल तक का सफर सड़क के रास्ते भी पूरा कर सकते हैं, जिसमें करीब 8-9 घंटे लगते हैं। नैनीताल के सबसे नजदीक काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। देहरादून से काठगोदाम के लिए सीधी ट्रेन है जो सात घंटे में काठगोदाम उतार देती है। यहां से टैक्सी से नैनीताल जा सकते हैं। दिल्ली से नैनीताल की दूरी करीब 320 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से यह दूरी पूरा करने में आठ से नौ घंटे लगते हैं। दिल्ली से नैनीताल के लिए सीधी बस सेवा भी उपलब्ध है। दिल्ली से नैनीताल के लिए आप वाल्वो बस भी बुक कर सकते हैं।

ऋषिकेश :
यदि आप घूमने का मन बना रहे हैं तो चले आइए। ऋषिकेश में ऐसे कई दर्शनीय स्थल हैं, जो आपकी ट्रिप को यादगार बना देंगे। यहां राफ्टिंग के लिए देश और दुनिया भर से पर्यटक पहुंचते हैं। ऋषिकेश में गंगा का कौडियाला से मुनिकीरेती तक का क्षेत्र इको टूरिज्म जोन है। यहां रिवर राफ्टिंग और कैंपिंग के अलावा तमाम साहसिक गतिविधियां संचालित की जाती हैं। राफ्टिंग के दौरान शांत पानी में लाइफ जैकेट पहनकर बाडी सर्फिंग, क्लिफ जंपिंग और राक क्लाइंबिंग करने का मौका मिलता है। शिवपुरी, गूलर, व्यासी व हेंवल घाटी क्षेत्र में बीच कैम्पिंग के साथ आप पर्वतारोहण, जंगल की सैर और जंगल ट्रैकिंग गतिविधियों का भी लुत्फ उठा सकते हैं। गंगा के बाएं ओर स्वर्गाश्रम से सटे राजाजी टाइगर रिजर्व की सीमा में चौरासी कुटी स्थिति है। चौरासी कुटी को शंकराचार्य नगर व बीटल्स आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। वास्तुकला के अद्भुत नमूने के रूप में यह निर्माण आज भी प्रासंगिक है।
कैसे पहुंचे ऋषिकेश
दिल्ली से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचकर टैक्सी से ऋषिकेश पहुंच सकते हैं। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो हरिद्वार या देहरादून रेलवे स्टेशन पर उतर कर टैक्सी या बस से ऋषिकेश जा सकते हैं। दिल्ली से ऋषिकेश के लिए सीधी बस सेवा भी है। दिल्ली से ऋषिकेश पहुंचने में लगभग छह घंटे लगते हैं।

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