संतोष ट्राफी में उत्तराखंड का लचर प्रदर्शन, लीग के तीनों मैचों में मिली करारी हार
संतोष ट्राफी में उत्तराखंड को लीग के मुकाबलों में करारी हार मिली। लीग के तीनों मैचों में करारी हार के बाद उत्तराखंड को लीग के बाद घर का रूख करना पड़ा। लीग में खेले गए तीन मैचों में उत्तराखंड की टीम ने 28 गोल खाए।

जागरण संवाददाता, देहरादून। नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में चल रही संतोष ट्राफी में लचर प्रदर्शन के चलते उत्तराखंड टीम नाकआउट दौर से बाहर हो गई है। उत्तराखंड को लीग के तीनों मुकाबलों में करारी हार का सामना करना पड़ा है। उत्तराखंड फुटबाल टीम संतोष ट्राफी में इस बार भी अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही है। लीग के तीनों मैचों में करारी हार के बाद उत्तराखंड को लीग के बाद घर का रूख करना पड़ा। लीग में खेले गए तीन मैचों में उत्तराखंड टीम ने 28 गोल खाए। जबकि उत्तराखंड मात्र एक गोल ही कर सका। संतोष ट्राफी में उत्तराखंड का यह अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
उत्तराखंड के प्रदर्शन पर नजर
दिनांक, बनाम, परिणाम
- एक दिसंबर, दिल्ली बनाम उत्तराखंड, उत्तराखंड 11-1 से हारी
- तीन दिसंबर, उत्तराखंड बनाम पंजाब, उत्तराखंड 11-0 से हारी
- पांच दिसंबर, हरियाणा बनाम उत्तराखंड, उत्तराखंड 6-0 से हारी
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15 दिन के भीतर हटाएं खेल मैदान से कब्जा
रायवाला के प्रतीतनगर स्थित न्याय पंचायत श्यामपुर का एकमात्र खेल मैदान अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहा है। कब्जे की नियत से मैदान में दो दर्जन से अधिक कच्ची दुकानें व खोखे बन गए हैं। यह खेल मैदान युवा कल्याण विभाग के स्वामित्व में है। मार्च 2020 व अगस्त 2021 में विभाग ने कब्जाधारियों को नोटिस तो दिए लेकिन अतिक्रमण अब नहीं हट पाया है। एक बार फिर से अवैध निर्माण पर नोटिस चस्पा कर 15 दिन में भूमि खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश सरकार खेलों को प्रोत्साहन के नाम पर भले ही लाखों करोड़ों खर्च करने का दावा करती हो, लेकिन धरातल पर यह दावे हवाई साबित होते हैं। इसका अंदाजा रायवाला के खस्ताहाल खेल मैदान को देखकर लगाया जा सकता है। लगातार निजी और सरकारी कार्यक्रमों के होने से मैदान बदहाल है। असामाजिक तत्वों और शराबियों का यहां पूरे दिन जमावड़ा लगा रहता है। जिसके कारण खिलाडिय़ों की प्रैक्टिस भी प्रभावित होती है। बता दें कि रायवाला मुख्य बाजार के पास हरिद्वार-दून हाईवे किनारे स्थित खेल को मैदान की 1.555 हेक्टेयर भूमि पर मिनी स्टेडियम बनाने के लिए वर्ष 2005 में प्रतीतनगर ग्राम सभा ने विधिवत युवा कल्याण विभाग को सौंपा थी। लेकिन 16 साल में विभाग खेल मैदान की चहारदीवारी तक नहीं बना पाया। जिला युवा कल्याण अधिकारी पीसी ने बताया कि जल्द चाहरदीवारी बनाई जानी है, जो भी अतिक्रमण है वह हटाया जाएगा। इसके लिए अंतिम नोटिस दिया गया है।

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