उत्तराखंड के बेसिक शिक्षक बड़ी संख्या में दिल्ली में आंदोलन में करेंगे प्रतिभाग, 24 नवंबर को जंतर मंतर पर होगी आर-पार की लड़ाई
अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर उत्तराखंड के बेसिक शिक्षक आंदोलन करेंगे। यह आंदोलन सुप्रीम कोर्ट के टीईटी पास करने की अनिवार्यता के विरोध में है, जिससे 18 हजार शिक्षक प्रभावित हैं। संघ के महामंत्री सुभाष चौहान ने शिक्षकों से एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने की अपील की है। इसका उद्देश्य टीईटी की अनिवार्यता को रद्द करवाना है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ और अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त बैनर अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 24 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक विशाल आंदोलन आयोजित किया जाएगा।
यह आंदोलन सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक सितंबर 2025 को सभी शिक्षकों के लिए टीईटी पास करना अनिवार्य किए जाने के फैसले के विरोध में किया जा रहा है। इस निर्णय से उत्तराखंड के करीब 18 हजार बेसिक शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं।
संघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुभाष चौहान ने सभी जनपदों के अध्यक्षों, महामंत्रियों और शिक्षक-शिक्षिकाओं का आह्वान किया कि आंदोलन में भारी संख्या में शामिल हों। उन्होंने कहा कि यह निर्णय शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव डाल रहा है और इससे लाखों शिक्षकों के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है।
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चौहान ने सभी शिक्षकों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह या भ्रम फैलाने वालों के बहकावे में न आएं और एकजुट होकर इस आंदोलन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि केवल सामूहिक एकता और शांतिपूर्ण आंदोलन के माध्यम से ही शिक्षक समुदाय अपने अधिकारों की रक्षा कर सकता है।
आंदोलन का उद्देश्य केंद्र सरकार और संबंधित प्राधिकरणों को शिक्षकों की वास्तविक परिस्थितियों से अवगत कराना और टीईटी की अनिवार्यता को रद्द करवाना है।

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