उत्तराखंड में सरकारी केंद्रों पर चावल की अधिकता, गेहूं की कमी
उत्तराखंड में सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद में वृद्धि हुई है जबकि गेहूं की कमी बनी हुई है। राज्य सरकार ने धान खरीद नीति 2025-26 जारी की है जिसके तहत पिछले वर्ष 6.73 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था। गेहूं की कमी को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता ली जा रही है और खरीद बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

अश्वनी त्रिपाठी,
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बाजार में ऊंची कीमत -
भुगतान में देरी -
केंद्रों की पहुंच में कमी -
व्यापारियों से प्रतिस्पर्धा -
भंडारण की चुनौतियां -
किसान के खेत से खरीद
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गेहूं- 3100 मीट्रिक टन -
धान-6.73 लाख मीट्रिक टन
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खरीद केंद्रों में 48-72 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित करें। -
मोबाइल खरीद-यूनिट-ट्रक जो ग्रामों में जाकर गेहूं खरीद लें। -
मंडी-क्रय-केंद्रों पर पारदर्शी तौल व क्विक-पेमेंट काउंटर लगाना।
राज्य में क्रय केंद्रों पर धान की खरीद के लिए नई नीति जारी कर दी गई है, धान की खरीद हर साल बेहतर होती है। गेहूं की खरीद को बढ़ाने के लिए प्रयास चल रहे हैं। अब गेहूं की खरीद के मौसम में इसे लागू किया जाएगा।
- पीएस पांगती, अपर आयुक्त, खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग
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