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    Uttarakhand Rain: दून की नदियों में उमड़ा सैलाब, सड़कों पर उतरा ''समंदर''; लगातार बारिश से आपदा जैसे हालात

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 10:19 PM (IST)

    देहरादून में लगातार 14 घंटे की मूसलाधार बारिश ने शहर में तबाही मचा दी है। सड़कें और कॉलोनियां जलमग्न हो गईं और नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। दीपनगर में रिस्पना नदी के किनारे भूस्खलन से मकानों को नुकसान हुआ है जबकि तपोवन में सात मवेशी बह गए। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

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    दून की नदियों में उमड़ा सैलाब, सड़कों पर उतरा ''समंदर''

    जागरण संवाददाता, देहरादून। राजधानी देहरादून में रविवार देर रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश सोमवार शाम तक जारी रही, जिससे शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। करीब 14 घंटे की बारिश ने आपदा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।

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    शहर की सड़कों से लेकर कालोनियों तक जलभराव हो गया है, जबकि नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। मसूरी पास जंगलों में बादल फटने की आशंका जताई जा रही है, जिसकी वजह से देहरादून के नदी-नालों में सैलाब उमड़ पड़ा और सड़कों पर नदियां बहने लगीं। रिस्पना-बिंदाल समेत तमाम नदियां सड़काें तक उफान पर आ गईं।

    दीपनगर क्षेत्र में रिस्पना के तेज बहाव में पुश्ते ढहने और भूकटाव के कारण मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। जागरण

    सोमवार को सुबह भारी वर्षा के दौरान कई जगह आपदा स्थिति बन गई। रिस्पना नदी के उफान में तपोवन क्षेत्र में सात मवेशी बह गए, वहीं दो दर्जन से अधिक कालोनियों में पानी भर गया। मुख्य मार्गों पर नगर निगम की टीमें वाटर पंप लगाकर जल निकासी में जुटी रहीं।

    दून में भारी वर्षा के चलते आइटी पार्क स्थित नाले में पानी के तेज बहाव के साथ बही भैंसे। जागरण

    आइटी पार्क के पास सहस्त्रधारा रोड पर भारी मात्रा में बरसाती पानी बहने लगा और रपटे पर आवाजाही प्रभावित हो गई। इस दौरान कई दुपहिया वाहन सवार गिरकर घायल हो गए। दो महिलाएं पानी के तेज बहाव में कई मीटर तक बह गईं, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें बचा लिया गया।

    दीपनगर में नदी किनारे बसे लोगों को खतरे के चलते घर खाली करने पड़े। दून विहार वार्ड के बापूनगर में पुश्ता ढहने से मकानों पर खतरा मंडराने लगा है। राजीव नगर में रिस्पना नदी का पानी कई घरों में घुस गया, जिसके बाद प्रशासन ने एक निजी गेस्ट हाउस को अधिग्रहित कर प्रभावित परिवारों को वहां शिफ्ट किया।

    मालदेवता क्षेत्र में भी हालात गंभीर हैं। भारी बारिश से नदी ने रौद्र रूप ले लिया है और आसपास के लोगों को खतरा पैदा हो गया है। यहां स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र की दीवार ढह गई, हालांकि छुट्टी के कारण कोई हादसा नहीं हुआ।

    सीतापुर और सरकार गांव में नदी व गदेरे के उफान से भारी भू-कटाव हुआ और पैदल मार्ग बह गए। लगातार हो रही बारिश से पूरे दून में चारों ओर पानी-पानी हो गया है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं, लेकिन हालात सामान्य होने में समय लग सकता है।

    91 स्थानों पर जलभराव, जिलाधिकारी ने राहत-बचाव कार्य के लिए टीमें की तैनात

    देहरादून: जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित है। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने सुबह से ही शहर का दौरा कर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) को अलर्ट रहने के निर्देश दिए।

    निरीक्षण के बाद डीएम सीधे कंट्रोल रूम पहुंचे और स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों की मानीटरिंग शुरू की। उन्होंने अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहते हुए प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

    साथ ही, पटवारियों और कानूनगो को अतिवृष्टि की रिपोर्ट तुरंत उपलब्ध कराने को कहा गया। रिस्पना क्षेत्र में आपदा की आशंका को देखते हुए, एसडीएम कुमकुम जोशी के निर्देश पर होटल शिवालिक द्रोणपुरी को राहत शिविर के रूप में अधिग्रहित किया गया है, जहां भोजन, पेयजल और आवास की व्यवस्था की गई है।

    बारिश के कारण ब्रह्मपुरी, लाेहियानगर में दो और लक्ष्मण चौक के पास एक मकान गिरा, हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुरकल राजपुर रोड, ईश्वर विहार, केनाल रोड, मलिक चौक, ब्रह्मवाला और धोरण में गिरे पेड़ों को हटाने का कार्य जारी है।

    गुनियाला गांव के पास भूस्खलन की सूचना पर लोक निर्माण, वन और विद्युत विभाग को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। आइटी पार्क और ईश्वर विहार रायपुर में जलभराव से फंसे लोगों को एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासनिक टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला।

    जिले के विभिन्न क्षेत्रों जैसे गणेश एनक्लेव, किशनपुर कैनाल रोड, नत्थनपुर, गुच्चूपानी, माजरा, पटेल नगर, कालिदास रोड आदि 91 स्थानों पर जलभराव की शिकायतें मिलीं, जहां क्यूआरटी ने डी-वाटरिंग का कार्य किया गया।

    तेग बहादुर रोड पर रिहायशी क्षेत्र में घुसा पानी

    तेगबहादुर रोड और बलवीर रोड पर पुश्ते टूटने से पानी सीधे रिहायशी क्षेत्रों में घुस गया। प्रभावित इलाकों का दौरा पूर्व विधायक राजकुमार और क्षेत्रीय पार्षद निखिल कुमार ने किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर हरसंभव सहायता और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।

    राजकुमार ने बताया कि आर्यनगर, डीएल रोड, रायपुर रोड पुल, शहीद राजेश रावत कालोनी, नई बस्ती चंदर रोड और इंदर रोड पुल के ऊपर रिस्पना नदी का पानी आ गया था, जबकि बिंदाल नदी के उफान से कांवली रोड, चकराता रोड और तिलक रोड के आसपास की मलिन बस्तियों में पानी घुसा।

    दून विहार में प्लाट का पुश्ता गिरा, मजदूर परिवारों का नुकसान

    दून विहार वार्ड नंबर-छह के बापू नगर में एक प्लाट का पुश्ता गिरने से बरसाती नाला ब्लाक हो गया। इसके कारण सात से आठ घरों में पानी भर गया और छह मजदूर परिवारों का पूरा सामान खराब हो गया। स्थानीय निवासी ध्रुव कुमार के परिवार का बाथरूम और आंगन भी बह गया।

    पार्षद संजय नौटियाल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उधर, वार्ड 24 शिवाजी मार्ग मे सूबेदार बाग सिंह का मकान का एक हिस्सा बह गया। पार्षद विशाल कुमार ने नुकसान का जायजा लिया।

    सालावाला में जलभराव पर पार्षद का तंज

    सालावाला वार्ड में जलभराव की शिकायत पर पहुंचे पार्षद भूपेंद्र कठैत ने व्यंग्य करते हुए कहा कि ये तो देहरादून का नया वाटर पार्क है, इस पर टिकट लगानी चाहिए! मौके पर सड़कों पर पानी इतना भरा था कि वह तालाब जैसी नजर आ रही थीं।

    टपकेश्वर में तमसा नदी का उफान

    पौराणिक टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली तमसा नदी ने सोमवार को विकराल रूप ले लिया। श्रावण के अंतिम सोमवार को भारी बारिश के कारण श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। योगाचार्य डॉ. बिपिन जोशी ने बताया कि हनुमान जी की गदा तक पानी पहुंच गया था। श्रद्धालुओं को नदी तट पर उतरने से रोक दिया गया ताकि कोई जनहानि न हो।