उत्तराखंड में में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह पटरी पर आने में लगेगा लंबा समय, इतने दिन और करना होगा इंतजार
उत्तराखंड में आपदा से बिजली व्यवस्था चरमरा गई है जिसके सामान्य होने में 15 दिन लगने का अनुमान है। यूपीसीएल के अनुसार 1070 किमी विद्युत लाइनें और 419 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं जिससे 51.71 करोड़ का नुकसान हुआ। अस्थायी व्यवस्था से आपूर्ति बहाल की गई है लेकिन मरम्मत कार्य जारी है। चमोली रुद्रप्रयाग जैसे जिलों में अधिक समस्या है दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंच चुनौतीपूर्ण है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। आपदा ने उत्तराखंड के बिजली तंत्र को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड) के अनुसार राज्यभर में बिजली व्यवस्था को पहले की तरह पटरी पर आने में अभी करीब 15 दिन और लगेंगे, हालांकि विभाग ने आपातकालीन हालात से निपटने के लिए अस्थायी व्यवस्था से आपूर्ति को सुचारू कर दिया है।
यूपीसीएल के अनुसार आपदा ने पावर सिस्टम को बड़ा झटका दिया, लगभग 1,070 किलोमीटर विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। आपदा में 5,988 पोल प्रभावित हो गए। करीब 419 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए या बह गए। आपदा ने 51.71 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचाया। आपदा के दौरान कई जगहों पर पावर ब्रेकडाउन की स्थिति बनी हुई है। अन्य स्थानों से अस्थाई व्यवस्था कर आपूर्ति तो बहाल कर दी गई है, लेकिन अभी मरम्मत का काम जारी है।
यूपीसीएल के एमडी अनिल यादव के मुताबिक भूस्खलन से खंभे गिरने, तार टूटने, बाढ़ के पानी में ट्रांसफार्मर खराब होने के अलावा शार्ट सर्किट या पेड़ गिरने से फीडर खराब होने की समस्याएं सामने आईं। सभी जगहों पर टीम पहुंचकर काम कर रही है, कई जगहों पर सड़क धंसने या बहने से टीम अभी भी नहीं पहुंच पा रही है।
चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून व उत्तरकाशी जिलों में बड़े पैमाने पर पावर ब्रेकडाउन के मामले सामने आए। बिजली आपूर्ति को वैकल्पिक व्यवस्था से सुचारू किया गया है। ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों तक पहुंच बनाने में अभी भी चुनौतियां आ रही हैं। स्थायी समाधान में लगभग 15 दिन का समय लगेगा।
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