Uttarakhand Paper Leak: धारा 144 के उल्लंघन में 64 युवाओं पर मुकदमा, बिना अनुमति धरना देने पर हुई कार्रवाई
Uttarakhand Paper Leak कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर एक बार फिर मामला गर्माता नजर आ रहा है। जिला सत्र न्यायालय गेट पर युवा धरने पर बैठे हुए हैं। पुलिस उन्हें भी अब तक नहीं हटा पाई है।

टीम जागरण, देहरादून: Uttarakhand Paper Leak: जिले में लगी धारा 144 का उल्लंघन करने पर शहर कोतवाली पुलिस ने उत्तराखंड बेरोजगार संघ से जुड़े 64 युवाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। धारा चौकी इंचार्ज विवेक राठी की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है।
चौकी इंचार्ज ने बताया कि कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर उत्तराखंड बेरोजगार संघ के सदस्य जसपाल निवासी त्यूणी, अंकित नेगी निवासी कालसी, अनिल सिंह निवासी चकराता, सुरेश सिंह निवासी हिंडोलाखाल व अन्य करीब 60 युवक धरना प्रदर्शन कर रहे थे। वर्तमान में देहरादून के पूरे शहरी क्षेत्र में धारा 144 लागू है।
सभी प्रदर्शनकारियों को धारा 144 के संबंध में जानकारी दी गई, लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया। अपनी मांगों को लेकर रविवार को सुबह 10 बजे से रात तक धरना प्रदर्शन करते रहे। प्रदर्शनकारियों को कई अधिकारियों ने भी समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी।
दूसरी ओर भर्ती परीक्षाओं में धांधली के विरोध में आंदोलन कर रहे उत्तराखंड बेरोजगार संघ के कार्यकर्त्ताओं के विरुद्ध अब तक पांच मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इस मामले में संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार सहित 13 युवा जेल में बंद हैं।
युवाओं पर लाठीचार्ज के विरोध में एनएसयूआइ ने किया सचिवालय कूच
बेरोजगारों पर लाठीचार्ज के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने सोमवार को सचिवालय कूच किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड स्थित सचिवालय से करीब 50 मीटर पहले बेरिकेडिंग पर रोक दिया। जिसके बाद एनएसयूआइ कार्यकर्त्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। लेकिन पुलिस ने किसी को भी आगे नहीं जाने दिया।
जिससे गुस्साए कार्यकर्त्ता सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए। दोपहर दो बजे से करीब एक घंटे तक कार्यकर्त्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मांग की कि गिरफ्तार किए गए बेरोजगारों को रिहार किया जाए। साथ ही भर्ती घोटाले की सीबीआइ जांच कराई जाए।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि बेरोजगारों पर लाठी चलाने की घटना पर सरकार को जवाब देना चाहिए। लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही जिन 13 युवाओं गिरफ्तार किया गया है, उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व चकराता विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, मनीष खंडूड़ी, शूरवीर सिंह सजवाण, वैभव वालिया, लालचंद शर्मा सहित वरिष्ठ नेताओं ने सरकार के खिलाफ हमला बोला।
करीब पौने तीन बजे पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, एनएसयूआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन समेत 35 कार्यकर्त्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और निजी मुचलके में रिजर्व पुलिस लाइन ले जाकर रिहा कर दिया।
पुलिस और उक्रांद पदाधिकारियों के बीच धक्कामुक्की
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बाबी पंवार सहित 13 नौजवानों की रिहाई की मांग को लेकर कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर उनके समर्थकों का धरना-प्रदर्शन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) व अन्य राजनीतिक दलों के पदाधिकारी धरने पर बैठे युवकों को समर्थन देने पहुंचे, जिन्हें पुलिस ने परिसर के द्वार पर ही रोक दिया। इससे गुस्साए पदाधिकारियों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस के साथ उनकी धक्कामुक्की भी हुई।
आखिरकार पुलिस को द्वार खोलकर पदाधिकारियों को अंदर भेजना पड़ा। इधर, पुलिस ने कचहरी परिसर के चारों तरफ लगाई गई बैरिकेडिंग सुबह हटा दी। बैरिकेडिंग शुक्रवार को परिसर में युवाओं की भीड़ एकत्र होने के बाद लगाई गई थी, जिससे उनकी संख्या और न बढ़ने पाए। युवाओं का एक गुट जिला सत्र न्यायालय के गेट पर भी धरने पर बैठा हुआ है।
सोमवार को भी यहां धरना-प्रदर्शन जारी रहा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी धरना-प्रदर्शन समाप्त करने के लिए कई बार आग्रह कर चुके हैं, लेकिन नौजवान टस से मस नहीं हो रहे। धरना-प्रदर्शन वाले दोनों स्थलों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
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