Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Dehradun News : सीएम पुष्कर सिंह धामी के पूर्व निजी सचिव सहित चार के खिलाफ मुकदमा

    By prakash omjoshiEdited By: Mohammed Ammar
    Updated: Fri, 13 Oct 2023 09:56 PM (IST)

    प्रकरण में पीसी उपाध्याय सौरभ शर्मा व अन्य के विरुद्ध पूर्व में दो मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। शिकायतकर्ता दीपमणि स्वर्णकार निवासी प्रताप नगर जयपुर राजस्थान ने तहरीर दी कि उनकी आरव बिल्डकान कंपनी है और वह कंस्ट्रक्शन का कार्य करता है। उनकी मुलाकात अंकित मिश्रा निवासी संतोषपुर पिलखना जिला इटावा यूपी के साथ जान पहचान थी और उसने देहरादून में सौरभ शर्मा निवासी जौलीग्रांट से मुलाकात कराई थी।

    Hero Image
    Dehradun News : सीएम पुष्कर सिंह धामी के पूर्व निजी सचिव सहित चार के खिलाफ मुकदमा

    जागरण संवाददाता, देहरादून: आनलाइन टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपितों पर व्यवसायी से 55 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है। इस मामले में पटियाला (पंजाब) के व्यवसायी व पूर्व भाजपा नेता के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रकरण में पीसी उपाध्याय, सौरभ शर्मा व अन्य के विरुद्ध पूर्व में दो मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। शिकायतकर्ता दीपमणि स्वर्णकार निवासी प्रताप नगर जयपुर राजस्थान ने तहरीर दी कि उनकी आरव बिल्डकान कंपनी है और वह कंस्ट्रक्शन का कार्य करता है। उनकी मुलाकात अंकित मिश्रा निवासी संतोषपुर पिलखना जिला इटावा यूपी के साथ जान पहचान थी और उसने देहरादून में सौरभ शर्मा निवासी जौलीग्रांट से मुलाकात कराई थी।

    अंकित मिश्रा ने बताया कि सौरभ शर्मा मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत है और वह सरकारी टेंडर दिलाता है।अंकित की बातों पर विश्वास कर पीड़ित ने फरवरी 2020 में सहस्त्रधारा में सौरभ शर्मा व प्रकाश चंद्र उपाध्याय निवासी सुभाष रोड से मुलाकात की। सौरभ ने बताया कि पीसी उपाध्याय मुख्यमंत्री के निजी सचिव हैं।

    सौरभ शर्मा ने पीसी उपाध्याय के सामने बताया कि उत्तराखंड में पर्यटन विभाग व खेल विभाग के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का कार्य है, जिसमें पीसी उपाध्याय को पांच करोड़ तक का टेंडर आफलाइन करने का अधिकार है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सौरभ ने दो-दो लाख रुपये दोनों विभागों में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए मांगे। 12 मार्च 2020 को राजपुर रोड पर दोबारा सौरभ शर्मा व पीसी उपाध्याय से एक होटल में मिले व चार लाख रुपये के दो डिमांड ड्राफ्ट दोनों विभागो में रजिस्ट्रेशन के लिए बनवाए।

    16 अगस्त 2021 को आरोपितों ने आनलाइन मीटिंग कर दस्तावेजों का सत्यापन किया और चिमनी के लिए दो करोड 10 लाख रुपये, रंग रोगन के लिए चार लाख 90 हजार रुपये सहित कुल 48.75 करोड रुपये के टेंडर दिलाए व सभी के पेपर दिखाए। आरोपितों ने टेंडर खरीदने, टेक्निकल बीड, फाइनेंशियल बीड आदि के नाम पर कुल 55 लाख रुपये नकद ले लिए। इस बीच वह कई बार सचिवालय गया और पीसी उपाध्याय से मिला।

    पत्नी के जन्मदिन पर एसके देव को दिलाया गिफ्ट

    पीड़ित ने बताया कि एक नवंबर 2020 को सौरभ की पत्नी नंदनी के जन्मदिन पर सौरभ व पीसी उपाध्याय ने उसकी मुलाकात संजीव कुमार उर्फ एसके देव निवासी एसएसटी नगर पटियाला पंजाब व उनके पुत्र हार्दिक देव से मिलवाया।

    आरोपितों ने बताया कि यह पंजाब पटियाला के बीजेपी के अध्यक्ष हैं। इनकी मुख्यमंत्री के यहां अच्छी पकड़ है। इनका भी टेंडर में सहयोग लेना है, इसलिए इन्हें गिफ्ट देना है, इसलिए पांच लाख रुपये नकद दिलवा दिए। वर्ष 2022 में शिकायतकर्ता को पता चला कि आरोपितों ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।

    एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में पीसी उपाध्याय, सौरभ वत्स, अंकित मिश्रा और एसके देव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।