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    Uttarakhand News: मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता को पुलिस ने रोका, सड़क पर बैठकर दिया धरना

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Tue, 20 Sep 2022 11:40 PM (IST)

    Uttarakhand News मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता को पुलिस ने रोका। इससे गुस्साई कार्यकर्त्ताओं ने सड़क पर बैठकर धरना दिया। साथ ही कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी दी। उन्‍होंंन अपर सिटी मजिस्ट्रेट को 17 सूत्री मांग पत्र सौंपा।

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    विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया।

    जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand News: मानदेय बढ़ोतरी के साथ समय पर भुगतान करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ( Anganbadi Worker) ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया।

    पुलिस से हुई नोक-झोंक

    हालांकि हाथीबड़कला स्थित केंद्रीय विद्यालय-2 के पास पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। इस बीच आगे बढ़ रहीं कार्यकर्त्ताओं की पुलिस से नोक-झोंक हुई।

    कार्य बहिष्कार दी चेतावनी

    मौके पर पहुंचे अधिकारियों को भी कार्यकर्त्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। कार्यकर्त्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो कार्य बहिष्कार किया जाएगा।

    तख्तियां और बैनर लिए किया कूच

    मंगलवार को आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तराखंड कर्मचारी संघ के बैनर तले विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका परेड मैदान में एकत्र हुईं। दोपहर 12:30 बजे हाथों में तख्तियां और बैनर लिए कार्यकर्त्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कूच किया।

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    सड़क पर ही धरने पर बैठीं

    पुलिस के रोकने के बाद आक्रोशित कार्यकर्त्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं। जिसके बाद ज्ञापन लेने के लिए अपर सिटी मजिस्ट्रेट मायाराम जोशी मौके पर पहुंचे, लेकिन कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री से वार्ता की मांग करने पर अड़ी रहीं। हालांकि काफी देर बाद कार्यकर्त्ताओं ने उन्हें 17 सूत्री मांगपत्र सौंपा।

    मंत्री से वार्ता कराने का दिया आश्‍वासन

    इधर, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक एसके सिंह और जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र ने कार्यकर्त्ताओं के बीच पहुंचकर आश्वासन दिया कि गुरुवार को विभागीय मंत्री रेखा आर्य से उनकी वार्ता कराएंगे।

    • आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, सेविका मिनी कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि तीन अक्टूबर को मानदेय बढ़ाने का शासनादेश जारी होने के बाद भी कार्यकर्त्ताओं के खाते में पुराना मानदेय तक नहीं आया।
    • उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के महामंत्री सुशीला खत्री ने कहा कि लंबे समय से मांग को लेकर अधिकारियों से वार्ता की, लेकिन आश्वासन ही मिल रहे हैं।
    • इस मौके पर लक्ष्मी बिष्ट, रंजीता अरोड़ा, पूनम कैंतुरा, मीनाक्षी राणा, रूबी त्यागी, सुनीता राणा, सुधा शर्मा, सीमा सोनी, सुनीता भट्ट आदि मौजूद रहीं।

    उप निदेशक को कार्यकर्ताओं ने घेरा

    धरने पर बैठीं कार्यकर्ताओं को आश्वासन देने के लिए महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक एसके सिंह पहुंचे, लेकिन उनके पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। कहा कि उन्हें लिखित रूप में दें, वरना कार्य बहिष्कार किया जाएगा।

    • वहीं उपनिदेशक ने आश्वस्त किया कि मानदेय का भुगतान 10 दिनों के भीतर होगा। साथ ही अन्य मांग पर भी विचार किया जाएगा। जिन्हें मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है, वह विभाग को मेल कर अवगत करा सकती हैं।

    अन्य मुख्य मांगें

    आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ( Anganbadi Worker) का प्रत्येक माह मानदेय समय पर मिले और इसमें पारदर्शी लाई जाए। कार्यकर्त्ताओं से अपने विभाग के अतिरिक्त अन्य विभाग का कार्य न कराया जाए। किराये पर चल रहे आंगनबाड़ी भवन का भुगतान शीघ्र हो।

    विभाग द्वारा दिए फोन खराब हो चुके हैं, ऐसे में उच्च गुणवत्ता वाले नए फोन उपलब्ध कराया जाएं। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को समान कार्य के लिए समान मानदेय मिले। आंगनबाड़ी से सुपरवाइजर भर्ती प्रक्रिया पर चल रहे विवाद का निस्तारण कर पदोन्नति का लाभ दिया जाए।

    राहगीरों की बढ़ी परेशानी, भीड़ में फंसे छात्र

    आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं ( Anganbadi Worker) को विद्यालय से आगे रोके जाने के बाद काफी संख्या में कार्यकर्त्ता वहीं सड़क पर बैठ गईं। इस दौरान तेज धूप के बीच आने जाने वालों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। स्कूल की छुट्टी का समय होने के कारण छात्रों व अभिभावक को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। छुट्टी होने के आधा घंटे तक बच्चे और अभिभावक भीड़ के बीच फंसे रहे।

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