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    डेंगू के खिलाफ जंग के लिए उत्तराखंड तैयार, रोकथाम करेगा "सेवन प्लस वन मॉडल", जानें इसके बारे में सबकुछ

    Updated: Mon, 21 Apr 2025 04:31 PM (IST)

    एम्स ऋषिकेश में सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए सेवन प्लस वन माडल खासा कारगर है। यह माडल प्रथम बार वर ...और पढ़ें

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण

    सुकांत ममगाईं, देहरादून। डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग एम्स ऋषिकेश का "सेवन प्लस वन" माडल अपनाएगा। बता दें कि अंडे से मच्छर बनने तक का पूरा चक्र 7-8 दिन का होता है। इस माडल के पीछे का विचार इन सात दिनों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के जीवनचक्र को तोड़ना है।

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    एम्स ऋषिकेश में सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए "सेवन प्लस वन" माडल खासा कारगर है।

    यह माडल प्रथम बार वर्ष 2019 में ऋषिकेश में अपनाया गया था। जिससे डेंगू पर नियंत्रण में खासी मदद मिली। ऐसे में अब यह माडल प्रदेशभर में अपनाया जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि इस माडल को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है, जागरुकता, पहचान और निगरानी। अभियान के तहत ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए जाते हैं, जहां विगत वर्षों में डेंगू का अत्याधिक प्रभाव रहा।

    इस प्रक्रिया को उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की मैपिंग (हाट स्पाट मैपिंग) या सोशल मैपिंग कहते हैं।

    इसके पश्चात चिह्नित स्थानों में अधिक मच्छरों के प्रजनन स्थल की पहचान की जाती है। अगले चरण में बहुउद्देशीय टीम का गठन किया जाता है। जिसमें आशा, स्वयंसेवी, स्वास्थ्य व नगर निगम कर्मी आदि शामिल हैं।

    यह टीमें चिह्नित क्षेत्रों में प्रजनन स्थलों को नष्ट करती हैं। सात दिन तक लगातार एक घंटा सामूहिक स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक रविवार इस कार्यक्रम को दोहराया जाता है। जिससे मच्छर के जीवनचक्र को तोड़ने में मदद मिलती है।

    मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि इस अभियान में जन भागीदारी भी बहुत जरूरी है। सप्ताह में एक बार, प्रत्येक रविवार, केवल एक घंटे का स्वच्छता अभियान मच्छरों के लार्वा और प्यूपा को नष्ट कर देगा और मच्छरों को पनपने नहीं देगा।

    यह जानना भी जरूरी है कि केवल अपने घर की सफाई करने से इस संक्रमण का प्रसार कम नहीं होगा। किसी भी व्यक्ति को अपने घर और उसके आसपास कम से कम 400 मीटर के क्षेत्र को साफ करना होगा।

    होटल-कांप्लेक्स की निगरानी करेगा निगम

    जागरण संवाददाता, देहरादून: दून में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर निगम रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने का दावा कर रहा है। वार्डों में फागिंग और दवा का छिड़काव किया जा रहा है।

    अब होटल व कांप्लेक्स समेत बड़े प्रतिष्ठानों की भी निगरानी की तैयारी है। बेसमेंट या खुले में पानी जमा होने पर निगम कड़ी कार्रवाई करेगा। डेंगू मच्छर का लार्वा मिलने पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाने की तैयारी है।

    इसके लिए निगम ऐसे होटल-कांप्लेक्स की सूची तैयार कर रहा है। इस बार दून में वर्षाकाल से काफी पहले ही डेंगू पैर पसारने लगा है। ऐसे में नगर निगम की भी कसरत तेज हो गई है। सभी 100 वार्डों में फागिंग की जा रही है। इसके अलावा पांच बड़े टैंकरों से लार्वीसाइडल का छिड़काव किया जा रहा है।

    नगर निगम ने शहर में पानी जमा होने वाले स्थानों को चिह्नित करना भी शुरू कर दिया है। होटल, माल, रेस्ट्रोरेंट, कांप्लेक्स समेत अन्य बड़े प्रतिष्ठानों की सूची तैयार की जा रही है।

    जहां पूर्व में भी पानी जमा पाए जाने या गंदगी पाए जाने पर कार्रवाई की जा चुकी है, उनकी निगरानी की जाएगी और ऐसी स्थिति पाए जाने पर 10 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना लगाया जाएगा।

    पिछले वर्ष कई कांप्लेक्स के बेसमेंट में डेंगू के मच्छर पनपते मिले थे। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अविनाश खन्ना ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए लापरवाह प्रतिष्ठानों पर सख्ती की जाएगी। खुले में सीवेज या पानी बहने के मामलों का भी संज्ञान लिया जा रहा है।

    डेंगू का एक और मरीज मिला, अब तक 23 में हो चुकी पुष्टि

    दून व आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का डंक गहराता जा रहा है। रविवार को भी एक व्यक्ति में डेंगू की पुष्टि हुई है। हरबर्टपुर निवासी मरीज दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती है। चिकित्सकों के अनुसार मरीज की हालत स्थिर है। उसे कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं।

    जनपद में अभी तक 23 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिनमें 15 मरीज देहरादून से हैं। जबकि आठ मरीज अन्य जनपद या राज्य से हैं।

    फिलहाल 11 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। जिनमें आठ श्री महंत इंदिरेश अस्पताल और एक-एक मरीज हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट, ग्राफिक एरा अस्पताल व दून मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती है।

    रविवार को भी 27 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि डेंगू की रोकथाम के लिए उपाय किए जा रहे हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में सर्वे किया जा रहा है।

    प्रशासन को दी जाएगी दैनिक रिपोर्ट

    डीएम सविन बंसल के निर्देश पर नगर निगम को फागिंग व दवा छिड़काव को लेकर दैनिक गतिविधियों की रिपोर्ट प्रशासन को उपलब्ध करानी होगी। लार्वीसाइडल के छिड़काव के लिए वार्डवार वाहनों और टैंकरों को भेजकर लार्वा नष्ट किया जाएगा।

    इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन गूगल शीट पर देनी होगी। वहीं हर वार्ड में डेंगू का लार्वा पाए जाने पर चालानी कार्रवाई की रिपोर्ट भी वार्डवार तैयार की जाएगी। फागिंग मशीन व टैंकरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी डीएम ने दिए हैं।