उत्तराखंड में चिलचिलाती गर्मी के बीच बिजली खपत में आया उछाल, 52 MU के पार पहुंची डिमांड; शहर से गांव तक कटौती
उत्तराखंड में भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग 52 एमयू से अधिक हो गई है जिससे बिजली कटौती हो रही है। ऊर्जा निगम बाजार से बिजली खरीदने की कोशिश कर रहा है लेकिन मांग और आपूर्ति में अंतर बना हुआ है। अधिकारियों ने लोगों से बिजली बचाने की अपील की है क्योंकि आने वाले दिनों में मांग और बढ़ सकती है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच बिजली की खपत भी चरम पर पहुंच गई है। प्रतिदिन प्रदेश में करीब 50 मिलियन यूनिट से अधिक की मांग है, जबकि उपलब्धता के सापेक्ष पांच से आठ मिलियन यूनिट की कमी पड़ रही है।
जिसकी पूर्ति के लिए ऊर्जा निगम बाजार से बिजली खरीद के प्रयास कर रहा है। इस ग्रीष्मकाल में पहली बार बिजली की मांग 52 एमयू के पार पहुंच गई है और उपलब्धता कम होने के कारण पावर कट भी हो रहा है। हालांकि, अभी ऊर्जा निगम की ओर से किसी भी प्रकार की रोस्टिंग से इन्कार किया गया है, लेकिन लोड बढ़ने से ट्रिपिंग व फाल्ट की समस्या बढ़ गई है।
ऊर्जा निगम की ओर से शुक्रवार को प्रदेश में बिजली की अनुमानित मांग 53.10 एमयू है। जिसके सापेक्ष राज्य व केंद्रीय पूल से कुल कुल विद्युत उपलब्धता 45.12 एमयू है। इस प्रकार विद्युत की उपलब्धता में कुल 7.98 एमयू की कमी है। जिसके लिए एनर्जी एक्सचेंज से खरीद की जाएगी।
इसी प्रकार फिलहाल शार्ट टर्म खरीद से उपभोक्ताओं को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश के जल विद्युत गृहों से उत्पादन तो बढ़ा है, लेकिन अब भी यह उत्पादन 15 एमयू के आसपास ही बना हुआ है।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने उपभोक्ताओं, सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों के विभागाध्यक्षों से घरों एवं कार्यालयों में केवल आवश्यकता के अनुसार विद्युत उपभोग करने और ऊर्जा की बचत करने की अपील की है।
आने वाले समय में प्रदेश में बिजली की मांग 55 मिलियन यूनिट या इससे अधिक पहुंचने पर संकट पैदा हो सकता है। पर्याप्त विद्युत उपलब्धता न होने पर ग्रामीण क्षेत्रों और औद्योगिक क्षेत्रों में कटौती की आशंका है।
हर वर्ष 10 से 20 प्रतिशत अधिक बढ़ोतरी
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के अनुसार प्रदेश में गर्मी के मौसम में बिजली की मांग बढ़ती है। हर वर्ष ही बिजली की मांग में 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, विद्युत उत्पादन सामान्य ही बना हुआ है। वर्ष 2022 में ग्रीष्मकाल में प्रदेश में बिजली की मांग 50 एमयू के आंकड़े पर पहुंची थी।
इसके बाद वर्ष 2024 में आल टाइम रिकार्ड बनाते हुए बिजली की मांग 62 एमयू तक दर्ज की गई। जो कि दो वर्ष में ही बिजली की मांग में 24 प्रतिशत की वृद्धि है। इस बार भी आने वाले दिनों में मांग में काफी वृद्धि हो सकती है।
मोहनपुर सब डिवीजन में फिर शटडाउन, भड़के उपभोक्ता
देहरादून: मोहनपुर सब डिवीजन में फिर से शटडाउन का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। जिस पर क्षेत्रवासियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। आरकेडिया ग्रामसभा की पूर्व उप प्रधान गीता बिष्ट ने कहा कि मोहनपुर सब डिवीजन में बीते एक मई से लेकर 15 में तक प्रेमनगर के श्यामपुर फीडर पर शटडाउन लिया था।
इस दौरान कई घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही। अब 17 मई से लेकर 24 मई तक एक बार फिर शटडाउन का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। मरम्मत कार्य के नाम पर लगभग पूरे माह ही ऊर्जा निगम शटडाउन ले रहा है।
जिससे व्यापारियों के साथ ही आम उपभोक्ताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। साथ ही उपभोक्ताओं को विद्युत बंदी को लेकर सूचित नहीं करने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई।

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