Uttarakhand News: नई नियुक्ति से समाप्त नहीं होगी अतिथि शिक्षकों की सेवा, शिक्षा मंत्री ने बताई यह वजह
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने अतिथि शिक्षकों को आश्वासन दिया है कि नई नियुक्तियों से उनकी सेवा समाप्त नहीं होगी। सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें नियमित करने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। मंत्री ने अतिथि शिक्षकों से धैर्य रखने की अपील की है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। प्रदेश के अतिथि शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। हाल ही में प्रदेश में 1346 नव नियुक्त सहायक अध्यापक (एलटी) शिक्षकों की तैनाती से पहले से कार्यरत अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे सभी शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में रिक्त पदों पर समायोजित किया जाएगा।
शिक्षा निदेशालय और शिक्षा मंत्री को अब तक लगभग 200 अतिथि शिक्षकों के प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई है। वर्षों से कम मानदेय पर सेवाएं दे रहे इन शिक्षकों ने अचानक हटाए जाने की आशंका जताते हुए शिक्षा विभाग से शिकायत की थी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित निर्णय लिया।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा मुकुल कुमार सती ने सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों (सीईओ) को निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी अतिथि शिक्षक की सेवा तत्काल समाप्त न की जाए। जिन विद्यालयों में एलटी शिक्षक पदस्थापित हो चुके हैं, वहां कार्यरत अतिथि शिक्षकों को विषयानुसार अन्य विद्यालयों में समायोजित किया जाए।
डॉ सती ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि गढ़वाल मंडल में विषयवार रिक्त पद उपलब्ध नहीं हैं, तो प्रभावित शिक्षकों को कुमाऊं मंडल के विद्यालयों में नियुक्त किया जाए, ताकि किसी भी शिक्षक की सेवा बाधित न हो।
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शिक्षा विभाग का यह निर्णय प्रदेश के उन सैकड़ों अतिथि शिक्षकों के लिए राहत लेकर आया है, जो वर्षों से शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में योगदान दे रहे हैं। विभाग ने यह भी आश्वस्त किया है कि समायोजन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और न्यायसंगत होगी।
एलटी शिक्षकों की नवनियुक्ति के कारण कुछ विद्यालयों में अतिथि शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों को समायोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। एक भी अतिथि शिक्षक को हटाया नहीं जाएगा। प्रदेश में अतिथि शिक्षक बेहतर सेवा दे रहे हैं।
-डा. धन सिंह रावत, शिक्षा मंत्री
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