उत्तराखंड में बिजली कटौती ने किया परेशान या संतुलित रहा हाल? सामने आई 1 से 25 अक्टूबर की रिपोर्ट
उत्तराखंड में अक्टूबर 2025 में बिजली की स्थिति लगभग संतुलित रही। राज्य में जितनी बिजली की मांग थी, उतनी ही आपूर्ति भी की गई। जलविद्युत परियोजनाओं से उत्पादन में कमी के कारण कुछ दिनों तक हल्की कमी रही। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य ने बैंकिंग व्यवस्था और एक्सचेंज से बिजली लेकर कमी को पूरा किया, जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं हुई।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। जागरण
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में अक्टूबर, 2025 के दौरान बिजली की स्थिति लगभग संतुलित रही। राज्य में औसतन जितनी बिजली की मांग रही, उतनी ही मात्रा में आपूर्ति भी सुनिश्चित की गई। हालांकि, जलविद्युत परियोजनाओं से उत्पादन में आई कमी के चलते कुछ दिनों तक बिजली की हल्की कमी दर्ज की गई। यह जानकारी राज्य की डेली पावर सिस्टम एनर्जी रिपोर्ट में सामने आई है। ट
रिपोर्ट के अनुसार, 1 से 25 अक्टूबर के बीच उत्तराखंड में कुल 572.953 मिलियन यूनिट बिजली राज्य के स्रोतों से उत्पन्न हुई, जबकि केंद्र सरकार की परियोजनाओं से 364.599 मिलियन यूनिट की आपूर्ति मिली। इस तरह राज्य में कुल 937.552 मिलियन यूनिट बिजली उपलब्ध रही।
इस अवधि में राज्य की कुल बिजली मांग 946.281 मिलियन यूनिट दर्ज की गई। यानी पूरे महीने में लगभग 8.7 मिलियन यूनिट की कमी रही। औसतन प्रतिदिन बिजली मांग 15.426 मिलियन यूनिट और आपूर्ति 15.559 मिलियन यूनिट रही।
स्पष्ट है कि राज्य ने समग्र रूप से संतुलित आपूर्ति बनाए रखी। रिपोर्ट के अनुसार बिजली कमी के दिनों में उत्तराखंड ने 52.34 मिलियन यूनिट बिजली बैंकिंग व्यवस्था से और 170.59 एमयू बिजली एक्सचेंज से प्राप्त की। इससे उपभोक्ताओं को बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।