Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand Disaster: पहाड़ के 5125 गांवों में बर्बादी के निशान छोड़ गई आपदा, बिजली के ढांचे को भारी नुकसान

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 09:18 AM (IST)

    उत्तराखंड में आपदा ने 5125 गांवों में तबाही मचाई जिससे जान-माल और बिजली के ढांचे को भारी नुकसान हुआ। चमोली जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ। सरकार ने राहत और पुनर्वास कार्य शुरू किए हैं लेकिन भविष्य में आपदाओं से निपटने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। बिजली आपूर्ति को बहाल करने के लिए त्वरित कदम उठाए गए हैं और दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जा रही हैं।

    Hero Image
    धराली क्षेत्र में विद्युत लाइन की मरम्मत करती यूपीसीएल की टीम। जागरण

    अश्वनी त्रिपाठी, जागरण देहरादून। आपदा ने उत्तराखंड के 5125 गांवों में बर्बादी के निशान छोड़ दिए हैं। राहत दलों की कोशिशों से इन गांवों में जिंदगी तो पटरी पर लौटने लगी है, लेकिन आपदा का खौफ हमेशा के लिए दिलों में समा गया है। आपदा धराली-थराली तक ही सीमित नहीं रही, प्रदेश के कई जिले इसकी चपेट में आए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आपदा से गांवों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, बिजली के खंभे-ट्रांसफार्मर व लाइनों को नुकसान पहुंचा, वहीं घर-दुकान-बाजार, कृषि, पशु, संचार व्यवस्था से लेकर जानमाल का नुकसान हुआ। सबसे ज़्यादा प्रभावित चमोली ज़िला रहा, जहां 1697 गांवों को आपदा का सामना करना पड़ा।

    पौड़ी गढ़वाल में 915, टिहरी गढ़वाल में 593 और देहरादून में 512 गांव प्रभावित हुए। पहाड़ी ज़िलों के साथ ही हरिद्वार में भी 166 गांवों में आपदा ने गांवों में तबाही मचाई। सरकार ने प्रभावित गांवों में तुरंत राहत व पुनर्वास

    कार्य कराकर जीवन बहाल करा दिया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में आपदा से निपटने के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है।

    जिला 
    प्रभावित गांव
    रुद्रप्रयाग 297
    ऊधमसिंह नगर  232
    पिथौरागढ़  73
    उत्तरकाशी  468
    नैनीताल  98
    बागेश्वर 50

    1070 किमी विद्युत लाइन, 5988 पोल और 419 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त

    आपदा ने उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड को भारी नुकसान पहुंचाया। आपदा से राज्यभर में बिजली ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कुल 1070 किमी इलेक्ट्रिक लाइन, 5988 विद्युत पोल और 419 ट्रांसफार्मर जलप्रवाह में बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए। नुकसान का कुल आकलन 5171 लाख रुपये बताया गया है।

    धराली-थराली के 300 से अधिक गांवों में कहर

    आपदा में विद्युत विभाग को धराली-थराली में जमकर नुकसान हुआ। थराली में कुल 37 किमी. की लंबी लाइन, 228 पोल क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं विद्युत वितरण खंड से संबद्ध 318 गांव प्रभावित हुए। उधर धराली में 14 किमी. लंबी लाइन, 84 पोल क्षतिग्रस्त हुए। यहां पर नौ गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई।

    यह भी पढ़ें- उत्तरकाशी में सेब की खरीद के लिए तीन दिन के भीतर लगेगा कांटा, माली के पदों पर होगी भर्ती

    आपदा से प्रभावित गांवों में त्वरित व्यवस्था के तहत विद्युत आपूर्ति सुचारू की गई है, अब दीर्घकालीन योजना के तहत कार्य शुरू कराया गया है, बारिश के पूरी तरह समाप्त होते ही शेष कार्यों को पूरा कराया जाएगा।

    -मदन राम आर्य, निदेशक(ऑपरेशन)