Uttarakhand Coronavirus Update: उत्तराखंड में कोरोना से एक मरीज की हुई मौत
Uttarakhand Coronavirus Update उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ गई है। आज प्रदेश में कोरोना के दो नए मामले आए हैं। ये मामले देहरादून और हरिद्वार में आए हैं। वहीं एक मरीज की कोरोना से मौत हुई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Coronavirus Update प्रदेश में अब कोरोना का प्रकोप लगभग समाप्त होते दिख रहा है। इससे भी राहत की बात यह है कि राज्य के चार जिले कोरोनामुक्त की ओर बढ़ रहे हैं। यह उम्मीद इसलिए जताई जा रही है कि उक्त जिलों में एक सप्ताह में कोरोना का एक भी नया मामला नहीं आया है।
इन जिलों में कोरोना का आंकड़ा रहा शून्य
टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ व ऊधमसिंह नगर में 27 मार्च से दो अप्रैल के बीच कोरोना का आंकड़ा शून्य रहा। यदि आने वाले दिनों में भी यही स्थिति रही तो इन जिलों में तीसरी लहर आधिकारिक रूप से समाप्त मानी जा सकती है। बाकी जिले भी इसी तरफ बढ़ रहे हैं। अंतर सिर्फ इतना है कि यहां एक सप्ताह में कोरोना के इक्का-दुक्का मामले रिकार्ड किए गए हैं।
कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की हुई मौत
शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन भी कोरोना मुक्ति की तरफ इशारा कर रहा है। कोरोना का महज एक-एक केस देहरादून व हरिद्वार में ही पाया गया है। इन सबके बीच एक चिंता की बात यह जरूर रही कि कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हुई है। यह मौत हरिद्वार के मेट्रो अस्पताल में हुई है। इससे पहले 23 मार्च को एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हुई थी।
अब एक्टिव केस रह गए महज 191
वहीं, शनिवार को चार व्यक्ति भी कोरोना से जंग जीतकर स्वस्थ हुए हैं और अब एक्टिव केस महज 191 रह गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश का रिकवरी रेट बढ़कर फिर से 96 प्रतिशत के पार चला गया है।
फर्स्वाण फाट में स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग
गोपेश्वर के फर्स्वाण फाट के ग्रामीणों ने मुख्य चिकित्साधिकारी को ज्ञापन भेजकर क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि दशोली विकासखंड का फस्र्वाण फाट क्षेत्र आज भी स्वास्थ्य सुविधा से महरूम है। इस क्षेत्र की 13 ग्राम पंचायतों की आठ हजार के करीब आबादी है। मगर यहां स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक मौजूद नहीं है।
बीमारी में ग्रामीणों को 35 किमी दूरी तय कर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय आना पड़ता है। बताया कि लंबे समय से यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की मांग की जा रही है। रांगतोली, हरमनी, लस्यारी, भतंग्याला, सरतोली, चलथर, धारकोट, मेड़, ठेली, पलेठी आदि गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया न कराए जाने पर आंदोलन किया जाएगा।