Uttarakhand Budget Session 202: भाजपा विधायक बोले, उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास में जुटी सरकार
Uttarakhand Budget Session 2021 ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष की गैरमौजूदगी में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास के लिए मुस्तैदी से जुटी है।
राज्य ब्यूरो, गैरसैंण। Uttarakhand Budget Session 2021 ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष की गैरमौजूदगी में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास के लिए मुस्तैदी से जुटी है। हर वर्ग, हर क्षेत्र को ध्यान में रखकर योजनाएं तैयार कर इन्हें धरातल पर उतारा जा रहा है। निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने संशोधन प्रस्ताव रखा कि गैरसैंण को राज्य की स्थायी राजधानी घोषित किया जाए।
भोजनावकाश के बाद भाजपा विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण ने राज्यपाल द्वारा एक मार्च को दिए गए अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इस कड़ी में उन्होंने उज्ज्वला योजना, घसियारी योजना समेत तमाम योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए समर्पित भाव से जुटी हुई है। पिछले चार वर्षों में राज्य ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। विधायक संजीव आर्य ने धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन किया।
विधायक हरबंस कपूर, बिशन सिंह चुफाल, देशराज कर्णवाल, दिलीप रावत, चंद्रा पंत समेत सदन में मौजूद भाजपा विधायकों ने भी चर्चा में भाग लिया। निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने संशोधन पेश करते हुए कहा कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित तो किया है, लेकिन गैरसैंण को राज्य की स्थायी राजधानी घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बड़े उद्योगों की स्थापना के लिए अलग से नीति बनाने समेत अन्य सुझाव भी रखे। निर्दलीय विधायक रामसिंह कैड़ा ने भी चर्चा में भाग लिया।
धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नदारद रहा विपक्ष
विपक्ष कांग्रेस ने एक रोज पहले राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन से वाक आउट कर दिया था। मंगलवार को अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से पहले विपक्ष ने नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चौड़ीकरण की मांग को लेकर आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुए सदन से वाकआउट कर दिया था। इसके बाद विपक्ष के सदस्य सदन में नहीं पहुंचे। नतीजतन, धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा विपक्ष की गैरमौजूदगी में हुई।
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