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Uttarakhand Assembly Session: वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 5440 करोड़ के अनुपूरक बजट में विकास का एजेंडा

चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विधानसभा में 5440.43 करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया। धामी सरकार ने पहले अनुपूरक बजट में भी करीब दो वर्ष से रुके हुए विकास कार्यों की गति तेज करने के एजेंडे को आगे बढ़ाया है।

By Ravindra kumar barthwalEdited By: Sunil NegiPublished: Tue, 29 Nov 2022 09:36 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 09:36 PM (IST)
Uttarakhand Assembly Session: वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 5440 करोड़ के अनुपूरक बजट में विकास का एजेंडा
चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विधानसभा में 5440.43 करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया।

राज्य ब्यूरो, देहरादून : विधानसभा में चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 5440.43 करोड़ रुपये का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया गया। धामी सरकार ने पहले अनुपूरक बजट में भी लगभग दो वर्ष से रुके हुए विकास कार्यों की गति तेज करने के एजेंडे को आगे बढ़ाया है। इसमें केंद्रपोषित योजनाओं के मद में 1028 करोड़ और बाह्य सहायतित परियोजनाओं के लिए 106 करोड़ और नाबार्ड से संबंधित योजनाओं के लिए 40 करोड़ की राशि की व्यवस्था की है।

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वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रस्तुत किया प्रथम अनुपूरक बजट

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मंगलवार सायं सदन में प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया। इसमें लगभग 3164 करोड़ की राशि पूंजीगत मद और 2276.43 करोड़ की राशि राजस्व मद से संबंधित है। बजट में 60 प्रतिशत धनराशि संसाधन संबद्ध है। इन योजनाओं में संसाधन सुनिश्चित होते हैं और उपलब्ध संसाधनों से खर्च किया जाता है। शेष लगभग 40 प्रतिशत धनराशि का व्यय मूल बजट में अनुमानित वेतन आदि से होने वाली बचत से किया जाएगा। चालू वित्तीय वर्ष का मूल बजट 65571 करोड़ का है।

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ग्रामीण सड़कों के लिए 350 करोड़

वित्त मंत्री ने बताया कि वेतन मद में लगभग 160 करोड़, मजदूरी को 114 करोड़, पेंशन मद में 230 करोड़, सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 58 करोड़ व राज्य आंदोलनकारी पेंशन मद में 20 करोड़ की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। पीएमजीएसवाई में लगभग 350 करोड़, लोक निर्माण विभाग को 220 करोड़, शहरी विकास को 210 करोड़, पेयजल को 130 करोड़ समेत पूंजीगत परिव्यय के लिए 1154 करोड़ की राशि रखी गई। सरकार ने महालेखाकार के परामर्श के अनुसार वेज एंड मीन्स एडवांस के रूप में पहली बार 2000 करोड़ की अतिरिक्त मांग प्रथम अनुपूरक में सम्मिलित की है।

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