Uttarakhand Assembly Monsoon Session: गैरसैंण में होगा उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र, तैयारियां शुरू
उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र 19 से 22 अगस्त तक भराड़ीसैंण विधानसभा भवन गैरसैण में होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के साथ अवशेष ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, देहरादून। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र 19 अगस्त से प्रारंभ होगा, जो 22 अगस्त तक चलेगा। सरकार से यह कार्यक्रम मिलने के बाद विधानसभा सचिवालय ने इसका प्रस्ताव राजभवन भेज दिया है।
उधर, सत्र के लिए विधायकों में प्रश्न लगाने को लेकर खासा उत्साह है। अभी तक 460 प्रश्न विधानसभा को मिल चुके हैं। सत्र में अनुपूरक बजट भी प्रस्तुत किया जाएगा। विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि और स्थान तय करने के लिए कैबिनेट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अधिकृत किया था। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने मानसून सत्र 19 से 22 अगस्त तक गैरसैंण में आहूत करने की संस्तुति की है।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के अनुसार सरकार की ओर से प्रस्तावित कार्यक्रम विधानसभा को मिल गया है। यह प्रस्ताव राजभवन भेजा गया है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में सत्र के लिए विधानसभा की सभी तैयारियां पूरी हैं।
चहुंमुखी विकास का परिणाम है, ग्रीष्मकालीन राजधानी में मानसून सत्र : भट्ट
देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विधानसभा का मानसून सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आयोजित करने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे जनभावनाओं का सम्मान बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पर्वतीय राज्य की अवधारणा अनुसार पहाड़ में बैठकर विकास पर सार्थक चर्चा होगी।
राज्य में हुए ढांचागत और व्यवस्थागत विकास का ही नतीजा है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में मानसून सत्र हो रहा है। भट्ट ने कहा कि राज्य निर्माण के संघर्ष से लेकर उसके सर्वांगीण विकास को लेकर भाजपा सरकारें लगातार कार्य करती रही हैं। हमने जनसहभागिता से पृथक राज्य का निर्माण कराया और आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरुप गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी भी बनाया।
आज तमाम विकास कार्यों से वहां की तस्वीर बदलने का काम भी भाजपा लगातार कर रही है। उन्होंने कहा कि ये डबल इंजन सरकार की ऐतिहासिक उपलब्धियां से उपजा आत्मविश्वास है कि विपरीत परिस्थितियों में भी जनभावनाओं का सम्मान हमारी प्राथमिकता है। जो लोग प्रदेश में और विशेषकर पहाड़ों में होने वाले चहुमुखी विकास पर झूठे सवाल खड़े करते हैं, उनके लिए करारा जवाब है वर्तमान में जारी चार धाम यात्रा, पंचायत चुनाव और आगामी मानसून सत्र।
उन्होंने विश्वास जताया कि मानसून सत्र के साथ गैरसैंण को लेकर वो सारा कुहासा भी छंट जाएगा, जिसे गाहे बगाहे विपक्ष फैलाने की कोशिश करता रहता है।

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