उत्तराखंड एआई समिट आज, सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री हुए शामिल; कहा- 'AI में लोहा मनवायेगा भारत'
उत्तराखंड में आज एआई समिट का आयोजन हुआ, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारत एआई के क्षेत्र में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेगा और उत्तराखंड को एआई का केंद्र बनाया जाएगा। राज्य सरकार तकनीकी विकास को बढ़ावा देने और युवाओं को नए अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जागरण
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड में कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) आधारित नवाचार, सुशासन और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इस कड़ी में शुक्रवार को देहरादून के होटल रमाडा में उत्तराखंड एआई इंपेक्ट समिट का आयोजन किया गया। इसकी थीम हिल्स टू हाई-टेक रखी गई है। कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितिन प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि एआई हम सबकी जिंदगी में बहुत तेजी से आने जा रहा है, मोबाइल से हजार गुना तेजी से एआई आयेगा। सरकार यह देख रही है कि एआई का जमीन पर कितना असर है। इसीलिए अगला समिट एआई इम्पैक्ट समिट रखा जा रहा है। पीएम मोदी चाहते हैं कि जन जन तक तकनीक को पहुंचा दें। जब निचले स्तर तक एआई पहुंचेगा तभी लाभ है। इसीलिए सरकार ने एआई फॉर ऑल प्रोग्राम चलाने जा रही है।
ऐसा नहीं होगा कि एआई सिर्फ कुछ देशों तक सीमित रहे, भारत इस तकनीक में अपना लोहा मनवायेगी। कुछ देशों तक सीमित नहीं रहेगी यह तकनीक। भारत ने 34000 जीपीयू खरीद लिए हैं। इसका प्रयोग भारत के लोग करेंगे। सरकार कम कीमत पर एक्सेस उपलब्ध करायेगी। डिजिटल कुंभ 2027 बेहद कारगर साबित होगा। क्राउड मैनेजमेंट, अल्टरनेटिव रूट, साफ सफाई समेत तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। अगला अर्धकुंभ तकनीक के लिहाज से विश्वस्तरीय होगा।
एआई डेटा से चलता है। भारत में तमाम ऐसा डेटा है जो दुनिया में कहीं नहीं मिलता। हमारा भारतीय एआई का माडल सर्वोत्तम होगा। दुनिया भारत के डेटा का प्रयोग करना चाहता है। अब सरकार के काम फाइलों में नहीं चलती, बल्कि मेल और चलती है। सुरक्षा के चलते जोहो पर सभी मेल डाइवर्ट की गई हैं। हमें बायस्ड एआई नहीं चाहिए। इम्पेक्ट समिट में युवा भागीदारी करें ताकि देश दुनिया को बता सकें कि हमारे पास कितना टेलेंट है। हरिद्वार में एक डेटा लैब खुला। सभी की भागीदारी बढे़।
होमवर्क आदि सब इसी से होगा तो सब खत्म हो जायेगा। इस पर निर्भरता ख़तम हो जायेगा। विचार अपना ही होना चाहिए। इसका सिर्फ सहयोग लें। अंदर की भूख न मिटायें युवा।पॉलिसी मेकर्स पुराने ढर्रे को छोड़ें। जनता को भटकना न पड़े ऐसी आनलाइन व्यवस्था बनाएं। घर बैठे लोगों को हर सुविधा दिलाएं। उद्योगपति बड़ा सोचें। युवा खुद के स्किल को बढ़ाएं।
कार्यक्रम में डिजिटल कुंड, एआई इन गवर्नेंस इन उत्तराखंड पर भी चर्चा होगी। इस दौरान नए स्टार्ट अप अपने नवाचार भी प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम में तकनीकी सत्र और पैनल डिसकसन भी होगा।
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