देहरादून में उपनल कर्मियों ने किया सीएम आवास कूच, पुलिस से झड़प
मांगों को लेकर बड़ी संख्या में उपनल कर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। सहस्रधारा क्रॉसिंग पर रोकने पर कर्मियों ने जमकर हंगामा किया। काफी देर हंगामे के बाद पुलिस और प्रशासन ने कर्मियों को शांत कराया। जिसके बाद मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वार्ता भी कराई गई
जागरण संवाददाता, देहरादून। मांगों को लेकर बड़ी संख्या में उपनल कर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। सहस्रधारा क्रॉसिंग पर रोकने पर कर्मियों ने जमकर हंगामा किया। काफी देर हंगामे के बाद पुलिस और प्रशासन ने कर्मियों को शांत कराया। जिसके बाद मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वार्ता भी कराई गई। जिसमें मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने समस्याओं के निस्तारण के लिए गठित समिति में उपनल कर्मचारी संघ के दो पदाधिकारियों को शामिल करने का आश्वासन दिया। हालांकि, उपनल कर्मियों ने अभी आंदोलन समाप्त नहीं किया है। इस संबंध में शुक्रवार को निर्णय लिया जाएगा।
समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर पिछले 32 दिनों से धरने पर बैठे उपनल कर्मियों ने गुरुवार को उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मुख्यमंत्री आवास कूच किया। सहस्रधारा रोड स्थित एकता विहार से सैकड़ों कर्मचारी रैली के रूप में रवाना हुए। ढोल-नगाड़ों के साथ ही पारंपरिक परिधानों में महिलाओं ने कलश यात्रा भी निकाली।
इसके अलावा रैली की अगुआई नंदा देवी की डोली के साथ की गई। साथ ही भगवान शिव की वेशभूषा में एक कर्मचारी त्रिशूल लेकर सबसे आगे चल रहा था। हाथों में तिरंगा लिए कर्मचारी नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। जिन्हें पहले से तैनात पुलिस बल ने सहस्रधारा क्रॉसिंग पर बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। यहां पहले तो कर्मचारी सड़क पर बैठकर नारेबाजी करते रहे, लेकिन जब मुख्यमंत्री से वार्ता कराने की मांग को प्रशासन और पुलिस के प्रतिनिधियों ने नकार दिया तो जमकर हंगामा हुआ। उपनल कर्मियों ने बेरिकेडिंग तोडऩे का भी प्रयास किया और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की।
इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी चोटिल भी हुए। प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने बताया कि काफी देर प्रदर्शन के बाद प्रशासन की ओर से पांच पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वार्ता कराई गई। जिसमें मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा किसी भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा। साथ ही आश्वासन दिया कि उपनल कर्मियों की समस्याओं के निस्तारण को गठित समिति में महासंघ के दो पदाधिकारी भी सम्मिलित किए जाएंगे। महासंघ के महामंत्री हेमंत रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद अभी आंदोलन समाप्त करने पर निर्णय नहीं किया गया है। आज एक बैठक आयोजित कर इस पर विचार किया जाएगा।
इधर, सड़क पर डटे कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने उठाने का प्रयास किया, लेकिन जब वे नहीं माने तो उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाया गया और निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। रैली में मुख्य रूप से सभापति विनोद गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी, हिमांशु जुयाल, विनय प्रसाद, मनोज सिंह, रविंद्र बिष्ट, दीवान सिंह, सौरभ नेगी, अभिनव जोशी, ललित नेगी, गरिमा डोभाल, दीपा, पूजा पांडेय, लक्ष्मी वर्मा, वंदना आदि शामिल थे।
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