Paper Leak: उत्तराखंड शासन की बड़ी कार्रवाई, सेक्टर मजिस्ट्रेट रहे केएन तिवारी व सुमन समेत चार निलंबित
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सरकार ने हरिद्वार में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी और टिहरी अगरोड़ा डिग्री कालेज की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमनको निलंबित कर दिया है। मुख्य आरोपित खालिद और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया गया है। एसआइटी जांच कर रही है और एक महीने में शासन को रिपोर्ट सौंपेगी।

जासं, देहरादून। शासन ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में हरिद्वार जिले के एक परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र के तीन पन्ने आउट होने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कालेज बहादुरपुर जट में सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किए गए हरिद्वार जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक केएन तिवारी और राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा, टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया।
तिवारी पर पर्यवेक्षण कार्य में लापरवाही बरतने और सुमन को आयोग की गोपनीयता भंग करने, गलत नीयत से प्रश्न पत्र हल करने में लिप्त पाए जाने, व इंटरनेट मीडिया में अफवाह फैलाने के आरोप में निलंबित किया गया है। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने परीक्षा केंद्र में तैनात दारोगा रोहित और कांस्टेबल ब्रह्मदत्त जोशी को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया।
प्रदेश में 21 सितंबर को यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में हरिद्वार के परीक्षा केंद्र, आदर्श बाल सदन इंटर कालेज, बहादुरपुर जट से प्रश्नपत्र के तीन पन्ने आउट होने का प्रकरण सामने आया था। इस मामले के मुख्य आरोपी खालिद पर प्रश्नपत्र के 12 प्रश्नों की मोबाइल से फोटो खींचकर परीक्षा केंद्र से बाहर भेजा था।
शासन ने शुरुआती जांच के बाद इस प्रकरण में कार्रवाई की है। हरिद्वार जिले में इस प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा और कांस्टेबल को भी निलंबित किया गया है। इसकी जांच रुड़की सीओ नरेंद्र पंत को सौंपी गई है।
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