UKSSSC Paper Leak: बिना पढ़े सरकारी नौकरी चाहता था खालिद, दो साल से दे रहा था एग्जाम; घर पर नहीं मिली किताबें
एसआईटी ने खालिद के घर की तलाशी ली जहां प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित कोई किताब नहीं मिली। पता चला कि उसने नौ परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था पर कुछ में वह योग्य नहीं था। खालिद पर हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र में नकल करने का आरोप है। पुलिस उसकी मंशा की जांच कर रही है। एसआईटी प्रभारी जया बलोनी ने गहन जांच की बात कही है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। यूकेएसएसएससी परीक्षा लीक प्रकरण के मास्टमाइंड सुल्तानपुर निवासी खालिद के घर में सर्च वारंट लेकर पहुंची एसआईटी टीम ने विभिन्न दस्तावेज खंगाले। तलाशी में एसआईटी को घर से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित कोई किताबें नहीं मिली।
हालांकि बीते दो वर्षों में उसके द्वारा नौ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन करने की जानकारी मिली, जिसमें से पांच में परीक्षाओं में वह शामिल नहीं हुआ। शेष चार परीक्षाओं में भी उसके कम नंबर थे। उसने कुछ ऐसी परीक्षाओं में भी आवेदन, जिनकी शैक्षिक अहर्ताएं वह पूरी नहीं करता था। इससे साफ है कि उसकी बिना पढ़ाई किए नौकरी पाने की मंशा थी।
साक्ष्यों को एकत्र करने में जुटी टीम
बीते 21 सितंबर को यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में खालिद ने बहादराबाद हरिद्वार स्थित एक परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल ले नकल करने के साथ पेपर लीक किया था। जिसके बाद पुलिस ने नकल विरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज जांच के लिए एसआईटी गठित की। एसआईटी बिंदुवार सभी साक्ष्यों को एकत्र करने में जुटी है।
पुलिस खालिद और उसकी बहनों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। बुधवार को फिर से एसआईटी ने जांच के दौरान उसके घर की तलाशी ली। जांच में पता चला कि उसने 2023 से 2025 तक कुल नौ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन किए थे। एसआईटी अब बिना शैक्षिक अहर्ताओं को पूरी करने वाली परीक्षाओं के आवेदन करने के पीछे उसकी मंशा को जानने में लगी है।
एसआईटी प्रभारी जया बलोनी ने बताया कि अभी इसमें कुछ कहना उचित नहीं है। साक्ष्य जुटाने के लिए मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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