यूकेएसएसएससी पेपर लीक का मास्टरमाइंड खालिद मलिक गिरफ्तार, बहन साबिया को जेल भेजा
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड खालिद मलिक को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खालिद ने परीक्षा के पेपर को लीक कर अपनी बहन साबिया को भेजा था जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन और हिना को भी नामजद किया है। सरकार ने पेपर लीक मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के स्नातक स्तरीय परीक्षा का पर्चा लीक करने के मास्टरमाइंड खालिद मलिक को हरिद्वार पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है, जिसे पूछताछ के लिए दून पुलिस देहरादून लेकर आ गई है।
खालिद की बहन साबिया को पुलिस बीते रोज गिरफ्तार कर चुकी है, जिसे मंगलवार को जेल भेज दिया है। इस मामले में दो अन्य नामजद आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन व खालिद की बहन हिना की गिरफ्तारी अभी बाकी है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को नामजद किया था।
आरोपित ने अपने ही फोन से फोटो लेकर बहन साबिया को भेजे थे पेपर के तीन पन्ने
21 सितंबर को यूकेएसएसएससी की ओर से स्नातक स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की गई थी। हरिद्वार के बहादुरपुर जट स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज से पेपर के तीन फोटो अज्ञात व्यक्ति ने आउट किए, जोकि कुछ देर बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गए। मामले की गंभीरता से देखते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण (ऋषिकेश) की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया।
एसआइटी की ओर से इंटरनेट मीडिया पर आउट हुए फोटो के सोर्स की जानकारी करने पर जनपद टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत महिला सुमन के पास प्रश्नों के फोटोग्राफ्स भेजे जाने की जानकारी मिली। इस पर सुमन को पूछताछ के लिए लाया गया।
21 सितंबर को यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा का पेपर किया था लीक
पूछताछ में उसने बताया कि प्रश्नों के फोटो उसके एक पुराने परिचित खालिद मलिक के नंबर से उसकी बहन साबिया ने भेजे थे। सुमन ने प्रश्न पत्रों के फोटो के स्क्रीनशाट लेकर बाबी पंवार को भेज दिए, जिन्होंने परीक्षा प्रणाली को सनसनीखेज बनाने के लिए स्क्रीनशाट को परीक्षा के उपरांत इंटर मीडिया में प्रसारित की गई।
जांच के दौरान सुमन से पूछताछ में आराेपित खालिद मलिक की एक अन्य बहन हिना की भूमिका भी संदिग्ध मिली, जिस पर आरोपित खालिद मलिक, सुमन, हिना व साबिया के विरुद्ध रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर सरकार ने स्पष्ट किया है कि पेपर लीक मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। एसआइटी प्रकरण की गंभीरता से जांच कर रही है। यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा दोबारा नहीं होगी।
जुराब के अंदर मोबाइल ले गया था आरोपित
पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपित खालिद ने अपना एक नंबर अपनी बहन साबिया को घर पर दिया था जबकि दूसरा फोन अपने पास रखा, जोकि उसने घर वाले फोन पर दीवाने नाम से सेव किया था। इसकी जानकारी साबिया को भी नहीं थी।
पुलिस ने जब साबिया का फोन चेक किया तो पता नहीं लगा पाई कि आखिर यह नंबर किसका था। आरोपित 11:30 बजे बाथरूम जाने के बहाने कक्ष से बाहर निकला और मोबाइल जुराब में डालकर अंदर ले गया। उसने कक्ष में सीधे जाने के बजाए दीवार फांदकर प्रवेश किया और पेपर के तीन पन्नों की फोटो भेजकर मोबाइल बंद कर दिया।
साबिया को कोर्ट के समक्ष किया पेश, जेल भेजा
पेपर लीक मामले में पुलिस ने साजिद की बहन साबिया निवासी सुल्तानपुर आदमपुर, थाना लक्सर हरिद्वार को दून पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है। आरोपित को पुलिस ने सोमवार रात को गिरफ्तार किया था।
खालिद इस मामले में आरोपित बनाई गई जिसने पेपर के फोटो असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भेजे थे। सुमन ने प्रश्न पत्रों के फोटो के स्क्रीनशाट लेकर बाबी पंवार को भेज दिए, जिन्होंने परीक्षा प्रणाली को सनसनीखेज बनाने के लिए स्क्रीनशाट को परीक्षा के उपरांत इंटर मीडिया में प्रसारित की गई।
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