Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:18 AM (IST)
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आ रहे हैं। आयोग ने 2022-23 के बाद 16 परीक्षाएं कराईं पर स्नातक स्तर की परीक्षा में पेपर लीक होने से सुरक्षा पर सवाल उठे हैं। आगामी महीनों में 1260 पदों के लिए परीक्षा होनी है जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की तैयारी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की भर्ती परीक्षा के दौरान नकल और पेपरलीक जैसे मामलों में अंकुश नहीं लग रहा है। हालांकि वर्ष 2022-23 के बाद आयोग ने करीब 16 परीक्षाओं को सफलता से संचालित किया, लेकिन रविवार को स्नातक स्तरीय 416 पदों के लिए ली गई भर्ती परीक्षा में एक बार फिर पेपरलीक का मामला सामने आने से आयोग के सुरक्षा मानकाें पर सवाल खड़े किए जाने लगे हैं।
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आगे आने वाले आठ महीनों में आयोग को 13 विभिन्न विभागों के रिक्त 1260 पदों की भर्ती परीक्षा में शुचिता एक बड़ी चुनौती होगी। जिसमें 28 अक्टूबर को वन दारोगा के 124 पदों के लिए भर्ती परीक्षा बड़ी है, जिसमें 30 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। इससे पहले पांच अक्टूबर को सहकारी निरीक्षक वर्ग-दो/ सहायक विकास अधिकारी (सहकारी) एवं 12 अक्टूबर को प्राविधिक सहायक वर्ग-एक (अभियंत्रण शाखा) की भर्ती परीक्षा होनी है।
आयोग परीक्षा के लिए कड़े सुरक्षा मानक बनाने की तैयारी में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के दौरान सुरक्षा मामलों की समीक्षा कर रहा है। इस बात पर विशेष जोर दिया जा रहा है कि सुरक्षा में कहां चूक हुई। इसे देखते हुए आयोग प्रत्येक केंद्र पर सुरक्षा के तीन स्तरीय मानक बनने की तैयारी कर रहा है। जिसमें पुलिस, आयोग के अधिकारी एवं अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण।
आयोग के सचिव डा. शिव प्रसाद बरनवाल ने माना कि आयोग की जल्द बैठक होगी और आगे कड़े सुरक्षा मानकों को तय किया जाएगा, कड़े मानक क्या होंगे यह प्रस्ताव बैठक में आयोग के चेयरमैन के अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रखा जाएगा। इतना यह है कि सुरक्षा मानक और कड़े होंगे।
आरोपित शिक्षिका को प्रेसवार्ता में बैठना पारदर्शिता का उदाहरण
सचिव आयोग के आयोग के सचिव डा. शिव प्रसाद बरनवाल ने कहा कि आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को आयोग के अध्यक्ष, एसएसपी की प्रेसवार्ता के दौरान बराबर की टेबल पर इसलिए बैठाया ताकि जांच में पारदर्शिता बनी रहे। प्रकरण के तुरंत बाद शाम को प्रेसवार्ता के दौरान बहुत कुछ तथ्य सामने नहीं आए थे, इसलिए एक उच्च शिक्षा प्राप्त महिला प्रोफेसर को शामिल किया गया।
आरोपित सहायक प्राध्यापिका पर कार्रवाई पर कालेज प्रशासन की कड़ी नजर राजकीय महाविद्यालय अमरोड़ा (टिहरी गढ़वाल) में इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफसर आरोपित सुमन वर्ष 2018 में यहां नियुक्त हुई थी। सुमन मूल रूप से ऋषिकेश निवासी है। उनके पति नरेश चौहान प्रतापनगर में सप्लाई इंस्पेक्टर के पद पर हैं।
कालेज के प्राचार्य डा.केएस जौहारी ने संपर्क करने पर कहा कि पूरा मामला उनके संज्ञान में हैं। आरोपित शिक्षिका पर आगे कार्रवाई शासन को करनी है। जो भी आदेश प्राप्त होगी उसका पालन किया जाएगा।
आयोग ने स्पष्ट कहा, नहीं होगी भर्ती परीक्षा रद आयोग के सचिव डा. शिव प्रसाद बरनवाल ने स्पष्ट किया कि स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा रद नहीं होगी। भर्ती परीक्षा के बाद नियमानुसार सभी कापियां आयोग पहुंच चुकी हैं। आयोग आगे की कार्रवाई अमल में लाएगा और समय पर परीक्षा परिणाम घोषित करने की कोशिश में है।
विभाग | रिक्त पद | प्रस्तावित परीक्षा तिथि |
वन दारोगा | 124 | 28 अक्टूबर 2025 |
उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के सदस्य | 20 | 15 दिसंबर 2025 |
सहायक अध्यापक | 128 | 18 जनवरी 2026 |
विशेष तकनीकी सहायक | 62 | 1 फरवरी 2026 |
वाहन चालक | 37 | 22 फरवरी 2026 |
कृषि सहायक इंटरमीडियट | 212 | 15 मार्च 2026 |
सहायक लेखाकार | 36 | 29 मार्च 2026 |
कनिष्ठ सहायक | 386 | 10 मई 2026 |
आइटीआइ डिप्लोमा | 41 | 31 मई 2026 |
विभिन्न विभागों में स्नातक स्तरीय | 48 | 21 जून 2026 |
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