चारधाम यात्रा के पहले चरण में हेली दुर्घटनाओं से सबक, Kedarnath Heli Service पर नजर रखने को बना ये प्लान
यूकाडा केदारनाथ धाम यात्रा के दूसरे चरण में हेली सेवाओं को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठा रहा है। केदारनाथ सिरसी और देहरादून में नियंत्रण कक्ष स्थापित होंगे। मौसम पर नजर रखने के लिए स्वचालित मौसम अवलोकन प्रणाली लगेगी। यात्रियों की संख्या घटाई गई है और शटल सेवाओं में कटौती की गई है। खराब मौसम में उड़ान की अनुमति नहीं होगी।

विकास गुसाईं, जागरण, देहरादून। प्रदेश सरकार चारधाम यात्रा के पहले चरण में केदारनाथ धाम मार्ग पर हेली दुर्घटनाओं से सबक लेते हुए दूसरे चरण में इसके संचालन को गंभीरता से कदम आगे बढ़ा रही है।
इसके तहत हेली सेवाओं पर नजर रखने के लिए केदारनाथ, सिरसी और देहरादून में कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। मौसम पर नजर रखने के लिए आटोमेटेड वेदर आब्जर्वेशन सिस्टम लगाया जा रहा है। साथ ही पायलट की प्रतिदिन की उड़ान के घंटों पर भी नजर रखी जाएगी।
प्रदेश में इस चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में केदारनाथ के लिए हेली सेवाएं 15 सितंबर से शुरू हो रही हैं। इनकी बुकिंग 10 सितंबर से होगी।
केदारनाथ के लिए दूसरे चरण की हेली सेवाओं में यात्रियों की संख्या घटाई गई हैं। साथ ही शटल सेवाओं में 30 प्रतिशत कटौती की गई है। अब केवल प्रतिदिन सभी हेली कंपनियां 184 शटल सेवाएं देंगी। वहीं, प्रतिदिन केवल 1012 यात्रियों को ही केदारनाथ तक ले जाया जाएगा और इतने ही यात्रियों को प्रतिदिन वापस लाया जाएगा।
खराब मौसम में उड़ान की अनुमति नहीं होगी। साथ ही पायलट प्रतिदिन आठ घंटे से अधिक की उड़ान नहीं भरेंगे। दूसरे चरण में केवल सात कंपनियां हेली सेवाओं का संचालन करेंगी। हेली दुर्घटनाओं और मानकों के उल्लंघन के मामले में आर्यन एविएशन और हेरीटेज एविएशन का संचालन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
केदारनाथ हेली सेवाओं के संचालन की तैयारियां पूरी हैं। यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए डीजीसीए के निर्देशानुसार हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। - आशीष चौहान, सीईओ यूकाडा
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