Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'डबल इंजन की सरकार ने जनजातीय समुदाय को किया मजबूत' CM धामी बोले- PM मोदी ने कला-संस्कृति को दिलाई पहचान

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 02:00 AM (IST)

    उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने जनजातीय समुदाय को मजबूत किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कला-संस्कृति को नई पहचान दिलाई है। सरकार जनजातीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न योजनाएं चला रही है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डबल इंजन सरकार जनजातीय समुदाय को मजबूत करने का काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय कला, संस्कृति को मजबूती से पहचान दिलाने का काम किया है। मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने जनजातीय समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है। पहले की सरकारों ने समुदाय को अंधेरे में रखा। अब सरकार समुदाय का उत्थान कर रही है। प्रदेश में थारू, बोक्सा, राजी, भोटिया, जौनसारी जनजाति को निश्शुल्क स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वरोजगार के माध्यम से मजबूत किया जा रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शनिवार को रेंजर्स ग्राउंड में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर राज्य जनजातीय शोध संस्थान (टीआरआइ) उत्तराखंड की ओर से तीन दिवसीय जनजातीय महोत्सव आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय महोत्सव में आने पर खुद को गौरवांवित महसूस करता हूं। भगवान बिरसा मुंडा ने समाज के लिए अनेक उत्कृष्ट कार्य किए हैं। सभी को उनके आदर्शों पर चलना चाहिए।

    भव्य आयोजन के लिए तीन गुना बढ़ाया बजट 

    सरकार ने जनजातीय महोत्सव के भव्य आयोजन के लिए तीन गुना बजट बढ़ाया है। जनजातीय क्षेत्र के 128 गांवों का चयन कर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार प्रमुख रहेंगे। जनजातीय क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल में निश्शुल्क शिक्षा एवं रहने के लिए निश्शुल्क छात्रावास उपलब्ध कराए गए हैं।

    16 राजकीय आश्रम एवं तीन आइटीआइ कालेज खोले गए हैं। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए निश्शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जनजातीय समुदाय के कार्यक्रम विधिवत संचालित हो सकें, इसके लिए एक करोड़ की अतिरिक्त धनराशि दी जा रही है। जनजातीय समुदाय की बेटियों के विवाह के लिए 50 हजार एवं संस्कृति संवर्धन के लिए 50 लाख की वार्षिक सहायता राशि दी जा रही है।

    प्रधानमंत्री ने आदिवासी समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने का संकल्प लिया है। इस मौके पर राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राजपुर विधायक खजान दास, विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा, कैंट विधायक सविता कपूर, बागेश्वर विधायक पार्वती दास आदि मौजूद रहे।

    लोक गायकों के गीतों पर जमकर थिरके दर्शक

    जनजातीय महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या उत्तराखंडी लोक गायकों के नाम रही। इस मौके पर लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने जै बदरी केदारनाथ की प्रस्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने फ्यूंली बोलूं के बुरांस बोलूं, सुरता की दौंई, देहरादून वाला हूं, स्वर्गतारा जुन्याली रात, मैकु एकी चुमकी बस, हिमवंत देश होला, डांडू क्या फूल फुलाला की प्रस्तुति से मन मोहा।

    वहीं, किशन महिपाल ने फ्यूंलड़िया, जिया कोरी कोरी, घुघुती, ओ जिया की प्रस्तुति देकर दर्शकों को थिरकने पर मजबूर किया। जौनसारी गायक अज्जू तोमर के गीतों की प्रस्तुति पर दर्शक जमकर झूमे। नीती घाटी के भोटिया जनजाति की टीम ने पौणा नृत्य की प्रस्तुति दी। पिथौरागढ़, ओडिशा, नागालैंड, झारखंड, मेघालय, छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति देकर जमकर तालियां बटोरीं।

    पहाड़ी उत्पादों की जमकर की खरीदारी

    महोत्सव में लगे स्टाल में पहाड़ी उत्पादों की ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। ऊनी कोट, टोपी, पहाड़ी दाल के स्टालों पर भीड़ उमड़ी रही। महोत्सव के पहले दिन तकरीबन दो लाख का कारोबार हुआ।