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    खनन की आड़ में टोंस नदी का रुख मोड़ा, देहरादून की इस कॉलोनी पर मंडराया खतरा

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 02:37 PM (IST)

    देहरादून के सुद्धोवाला क्षेत्र में टोंस नदी पर हो रहे खनन को लेकर त्रिलोकपुरम कालोनी के निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया। निवासियों का आरोप है कि खनन ...और पढ़ें

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    बेतहाशा खनन ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, देहरादून। सुद्धोवाला क्षेत्र में टोंस नदी पर चल रहे बेतहाशा खनन ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। वर्षाकाल के बाद नदी में खनन सामग्री के चुगान की अनुमति की आड़ में न केवल अनियंत्रित खुदान किया जा रहा है, बल्कि नदी के प्राकृतिक प्रवाह से भी छेड़छाड़ की भी बात सामने आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मनमाफिक खनन कर नदी का रुख कालोनी की ओर मोड़ा जा रहा है, जिससे भविष्य में भारी जान-माल के नुकसान का खतरा उत्पन्न हो गया है।

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    इसी वर्ष मानसून के दौरान टोंस नदी में आई भीषण बाढ़ ने नंदा की चौकी स्थित पुल को ध्वस्त कर दिया था। इस दौरान एक खनन कार्य में लगी ट्रैक्टर-ट्राली भी बह गई थी और जनहानि की घटनाएं भी हुई थीं। उस समय भी स्थानीय लोगों ने अवैध और मानकों से अधिक खनन को बाढ़ के विनाश का बड़ा कारण बताया था।

    अब वर्षाकाल के बाद खनन की अनुमति मिलने के बाद बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर-ट्राली, डंपर व जेसीबी आदि नदी में उतार दिए गए हैं। जिससे मानकों का उल्लंघन कर चुगान करने के आरोप लग रहे हैं। इस पर बुधवार को जमकर हंगामा भी हुआ। प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और शिकायत की जांच करने का आश्वासन दिया। उपजिलाधिकारी विकासनगर, सिंचाई विभाग, पुलिस चौकी झाझरा, ग्राम प्रधान और राजस्व उपनिरीक्षक की मौजूदगी में भी स्वीकृति के अनुरूप कार्य न होने के प्रमाण सामने आए हैं।

    स्थानीयों का आक्रोश, खनन कार्य रुकवाने पहुंचे लोग

    बुधवार को त्रिलोकपुरम कालोनी के बड़ी संख्या में निवासी नदी के बीच चल रहे खनन कार्य को रुकवाने मौके पर पहुंच गए। लोगों का आरोप है कि सिंचाई विभाग से अनुमति लेकर नदी के मध्य भाग में चैनलाइजेशन का कार्य किया जाना था, लेकिन वास्तविकता में नदी का प्रवाह एक किनारे की ओर मोड़ दिया गया है, जिससे कालोनी सीधे खतरे की जद में आ गई है।

    जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

    त्रिलोकपुरम विकास समिति की ओर से जिलाधिकारी देहरादून को पत्र भेजकर मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई है। समिति के सचिव मनोज ध्यानी ने पत्र में बताया कि इस वर्ष नदी का पानी तटबंध से ऊपर होकर कालोनी के कई मकानों तक पहुंच गया था। ऐसे में नदी का रुख बदलना भविष्य में बड़ी आपदा को न्योता दे सकता है। पत्र में यह भी उल्लेख है कि समिति के पदाधिकारियों ने मौके पर जाकर जेसीबी संचालकों और वहां मौजूद प्रतिनिधियों को नियमानुसार कार्य करने को कहा, लेकिन इसके बावजूद नियमविरुद्ध खनन जारी है।

    कालोनीवासियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

    समिति ने प्रशासन से मांग की है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल खनन एवं चैनलाइजेशन कार्य को स्थगित कराया जाए। चेतावनी दी गई है कि यदि कार्य जनहित और नियमों के अनुरूप नहीं रोका गया, तो त्रिलोकपुरम विकास समिति को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।