उत्तराखंड में तीन और मरीजों में हुई स्वाइन फ्लू की पुष्टि
मौसम में नमी के साथ ही स्वाइन फ्लू का वायरस ज्यादा घातक होता रहा है। प्रदेश में इसका कहर थमने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है।
देहरादून, [जेएनएन]: मौसम में नमी के साथ ही स्वाइन फ्लू का वायरस ज्यादा घातक होता रहा है। प्रदेश में इसका कहर थमने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। मैदान ही नहीं बल्कि पहाड़ पर भी स्वाइन फ्लू अपना असर दिखा रहा है। यही वजह कि पौड़ी व चमोली से भी स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। तीन और मरीजों में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। जिसके बाद स्वाइन फ्लू पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। वहीं दस मरीजों की मौत भी स्वाइन फ्लू से अब तक हो चुकी है।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा भी सकते में है। विभागीय अधिकारियों ने सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को एडवाइजरी जरूर जारी की है, लेकिन इस बीमारी का कहर थमता दिखाई नहीं दे रहा। स्वाइन फ्लू पीडि़त मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है।
शुक्रवार को जिन मरीजों में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है उनमें दो चमोली के रहने वाले हैं। यह दोनों हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती हैं। इनमें एक पुरुष व एक महिला मरीज है। जबकि मैक्स अस्पताल में भर्ती बिजनौर के एक मरीज में भी स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है।
जुलाई में स्वाइन फ्लू के वायरस ने ज्यादा कहर ढाया है। अकेले जुलाई में ही 34 मरीजों में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। जबकि इसी माह आठ मरीजों की मौत भी स्वाइन फ्लू से हुई। अगस्त के पहले चार दिन में भी सात मरीजों में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हो चुकी है।
बात अगर बीती फरवरी से अब तक की करें तो इस दौरान स्वाइन लू के 140 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिये जा चुके हैं। इनमें से 54 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
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