Move to Jagran APP

उत्तराखंड में कृषि और तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत होंगे शिक्षक

उच्च शिक्षा में शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए डा. भक्तदर्शन पुरस्कार की पहल का असर दिखने लगा है। अब उच्च शिक्षा से इतर कृषि शिक्षा और तकनीकी शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों की ओर से भी पुरस्कार देने की मांग उठ रही है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 03:00 PM (IST)Updated: Sat, 09 Jan 2021 03:00 PM (IST)
उत्तराखंड में कृषि और तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत होंगे शिक्षक
उत्तराखंड में कृषि और तकनीकी शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत होंगे शिक्षक।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उच्च शिक्षा में शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए डा. भक्तदर्शन पुरस्कार की पहल का असर दिखने लगा है। अब उच्च शिक्षा से इतर कृषि शिक्षा और तकनीकी शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों की ओर से भी पुरस्कार देने की मांग उठ रही है। ऐसे मामले में सरकार ने सकारात्मक संकेत दिए हैं।

loksabha election banner

बीते वर्ष सरकार ने स्कूली शिक्षा की तर्ज पर उच्च शिक्षा में भी शिक्षकों को उल्लेखनीय कार्यों के लिए पुरस्कृत करने की योजना शुरू की है। दरअसल स्कूली शिक्षा में राष्ट्रीय स्तर के साथ ही राज्य स्तर पर भी शिक्षकों को पुरस्कृत किया जा रहा है। राज्य स्तर पर स्कूली शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य पुरस्कार दिए जा रहे हैं। उक्त दोनों पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को दो वर्ष सेवा विस्तार देने का प्रविधान किया गया है। उच्च शिक्षा में भी इसी तर्ज पर व्यवस्था की मांग उठी थी, लेकिन सरकार इस पर सहमत नहीं हुई थी।

उच्च शिक्षा में शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष के स्थान पर बढ़ाकर 65 वर्ष की जा चुकी है। इस वजह से शिक्षकों को पुरस्कार स्वरूप सेवा अवधि बढ़ाने का तोहफा देने के बजाय नगद पुरस्कार की व्यवस्था की गई है। उच्च शिक्षा की तर्ज पर अब जीबी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर और वानिकी एवं औद्यानिकी विश्वविद्यालय के साथ ही तकनीकी शिक्षा विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की ओर से भी उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कार देने की मांग जोर पकड़ रही है।

उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने उच्च शिक्षा से इतर अन्य शिक्षकों को भी इसतरह पुरस्कार देने पर हामी भरी है। उन्होंने इस संबंध में जल्द निर्णय लेने के संकेत भी दिए। यही नहीं उन्होंने कहा कि डा. भक्तदर्शन पुरस्कार की धनराशि को बढ़ाया जा सकता है। वर्तमान में यह धनराशि 50 हजार रुपये है।

यह भी पढ़ें- Shailesh Matiyani Award: शैलेश मटियानी पुरस्कार-2018 के लिए इन 19 शिक्षकों का हुआ चयन, जानिए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.