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लापरवाही बरतने पर सुपरवाइजर पर गिरी गाज, सस्पेंड; डॉक्टर को नोटिस

लापरवाही बरतने पर नगर आयुक्त ने वरिष्ठ नगर पशु चिकित्साधिकारी डा. वी सती से जवाब मांगा है। जबकि एक सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 02:06 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 02:06 PM (IST)
लापरवाही बरतने पर सुपरवाइजर पर गिरी गाज, सस्पेंड; डॉक्टर को नोटिस
लापरवाही बरतने पर सुपरवाइजर पर गिरी गाज, सस्पेंड; डॉक्टर को नोटिस

देहरादून,  जेएनएन: नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के भी अजब कारनामे हैं। शहर में सफाई को लेकर हाईकोर्ट की सख्ती पर जिलाधिकारी से लेकर नगर आयुक्त और साठ पर्यवेक्षक रात-दिन एक किए हुए हैं और नगर निगम के कुछ अधिकारियों की इसकी परवाह ही नहीं। ताजा मामला बहल चौक का सामने आया है। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन व नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे बहल चौक पर आवारा पशु हटाने के लिए नगर निगम की टीम आने का इंतजार करते रहे और जिम्मेदार पहुंचे ही नहीं। जो आए वे भी काम पूरा किए बिना निकल लिए। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने वरिष्ठ नगर पशु चिकित्साधिकारी डा. वी सती का स्पष्टीकरण तलब किया है और फोन नहीं उठाने पर एक सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया है। इस लापरवाही पर विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। 

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हाईकोर्ट से मिली दो दिन की मोहलत के बाद प्रशासन और नगर निगम की टीमों के पर्यवेक्षकों ने बुधवार को भी वृहद स्तर पर सफाई अभियान चलाया। दूसरी ओर, नगर आयुक्त ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशों के आलोक में जब नौ सितंबर को शहर में वृहद सफाई अभियान चलाया जा रहा था, उस दौरान बहल चौक पर आवारा पशुओं को देखकर जिलाधिकारी ने उन्हें हटाने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने इसका जिम्मा वरिष्ठ नगर पशु चिकित्साधिकारी डा. सती को सौंपा। जब शाम को जिलाधिकारी और नगर आयुक्त दोबारा बहल चौक पहुंचे तो डा. सती वहां नहीं मिले, न ही उनकी टीम का कोई सदस्य। आवारा पशु भी वहीं थे। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को लापरवाह अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी संबंध में नगर आयुक्त ने बुधवार को डा. सती को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा। 

अपने जवाब में डा. सती ने बताया कि उस दिन उन्होंने तीन सुपरवाइजरों ललित सिंह, लक्ष्मीचंद और योगेश को फोन कर मौके पर आने को कहा। ललित तो शाम को छह बजे वहां पहुंचा, जबकि योगेश से फोन पर संपर्क ही नहीं हुआ। लक्ष्मीचंद से संपर्क हुआ लेकिन वह नहीं आया। इतना ही नहीं बार-बार कॉल करने के बावजूद लक्ष्मीचंद ने कॉल नहीं उठाई। सुपरवाइजर लक्ष्मीचंद के खिलाफ पहले भी शिकायतें आ चुकी हैं। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए नगर आयुक्त ने लक्ष्मीचंद को तत्काल निलंबित करने के आदेश दिए और बाकी दोनों सुपरवाइजरों को चेतावनी पत्र जारी किया। 

यहां चला सफाई अभियान 

पंचायती मंदिर, चुक्खूवाला, खुड़बुड़ा, जैन कालोनी, मालियान मोहल्ला, बंगाली कोठी, त्यागी रोड, रीठामंडी, पथरीबाग, भंडारीबाग, संजय कालोनी, भगत सिंह कालोनी, शीतला विहार, प्रगति विहार, ऋषि आश्रम व गऊघाट आदि। 

पॉलिथीन पर 235 चालान 

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वीर सिंह बुद्धि लाल ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर नगर निगम के सभी साठ वार्डों में पॉलिथीन मुक्त अभियान के लिए तैनात पर्यवेक्षकों ने बुधवार को 235 प्रतिष्ठानों के चालान किए। इस दौरान 48,200 रुपये का जुर्माना वसूला गया। 

बैनर, पोस्टर व मलबा हटाया 

अभियान के तहत अधिशासी अभियंता रचना पायल के निर्देशन में टीम ने घंटाघर से चकराता रोड, बल्लूपुर चौक तक कुल 16 स्थान से सड़क किनारे फैले मलबे को हटाया। भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप के निर्देशन में टीमों ने शहरभर में चार होर्डिंग और 550 अवैध बैनर-पोस्टर हटाए। वहीं, 22 ट्राली, तीन डंपर, तीन जेसीबी, लोडर द्वारा लगभग 270 मीट्रिक टन कूड़ा उठान किया गया। साथ ही चार गोवंश के साथ कुल 17 आवारा पशुओं को कांजी हाउस भेजा गया। 

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