Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूकेडी के अधिवेशन में आठ प्रस्ताव पारित, सुनील ध्यानी बने महानगर अध्यक्ष Dehradun News

    By BhanuEdited By:
    Updated: Fri, 28 Jun 2019 09:23 AM (IST)

    उत्तराखंड क्रांति दल की महानगर इकाई के अधिवेशन में आठ राजनीतिक प्रस्ताव रखे गए। इस दौरान महानगर अध्यक्ष पद का भी चुनाव हुआ। इसमें सुनील ध्यानी सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित हुए।

    यूकेडी के अधिवेशन में आठ प्रस्ताव पारित, सुनील ध्यानी बने महानगर अध्यक्ष Dehradun News

    देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड क्रांति दल की महानगर इकाई के अधिवेशन में आठ राजनीतिक प्रस्ताव रखे गए। इस दौरान महानगर अध्यक्ष पद का भी चुनाव हुआ। इसमें सुनील ध्यानी सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित हुए।

    प्रेस क्लब में उक्रांद महानगर का द्विवार्षिक अधिवेशन आयोजित किया गया। अधिवेशन का शुभारंभ दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी ने किया। इस अवसर पर सदन में कार्यक्रम संयोजक सुशील ध्यानी ने आठ राजनीतिक प्रस्ताव रखे। इसमें तय हुआ कि देहरादून महानगर के 10 वार्डों में दल को मजबूत किया जाएगा। महानगर देहरादून में सभी आंदोलनकारी शक्तियों को साथ लेकर राज्य के मुद्दों को अस्थाई राजधानी में जीवट रखेगा। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तय हुआ कि उक्रांद के नेतृत्व में राज्य आंदोलन में शामिल चिह्नीकरण से वंचित वास्तविक आंदोलनकारियों का चिह्नीकरण प्रशासन से करवाएगा। देहरादून शहर की मजबूत यातायात व्यवस्था, कानून व्यवस्था व सफाई व्यवस्था के लिए दल संघर्षरत रहेगा। राज्य बनने के बाद बाहरी व्यक्तियों की घुसपैठ देहरादून शहर में हुई है, जिससे अपराध बढ़ा है। 

    इससे पूर्व अधिवेशन में चुनाव अधिकाशी शैलेश गुलेरी की देखरेख में महानगर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया गया। इसमें सर्वसम्मति से सुनील ध्यानी को महानगर अध्यक्ष चुना गया। संचालन शांति भट्ट ने किया। कार्यक्रम में बहादुर सिंह रावत, एनके गुसाईं, डीडी शर्मा, देवेंद्र कंडवाल, लताफत हुसैन, सुरेंद्र बुटोला, धर्मेंद्र कठैत, उमेश ईष्टवाल, प्रकाश सती, संजय नौटियाल, नरेश जोशी, रमा चौहान व राजेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।

    यह भी पढ़ें: नगर निकायों में 74वें संशोधन पर सरकार की सुस्त रफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

    यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में पंचायत चुनावों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10 वीं पास

    यह भी पढ़ें: पंचायत चुनाव में सिर्फ इस बार दो से ज्यादा बच्चों वालों को राहत, शैक्षिक योग्यता भी निर्धारित